Mar 15, 2009

तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम-हवस १९७४

इस फ़िल्म का नाम सुन कर ही अंदाज़ हो जाता है कि यह
कोई वयस्क फ़िल्म होगी ज़रूर। नाम से अंदाजा ये लगता
है कि गीत भी वैसे ही होंगे। इसके शुरूआती बोल भी ऐसे हैं
जैसे कोई बदनाम गलियों में न जाने से तौबा कर रहा हो।
जब तक इस फ़िल्म को नहीं देखा हम भी यही अनुमान लगते
रहे। इस मधुर गीत को अकेले में गुनगुनाते, क्यूँ कि जब
भी कोई नाम पूछता फ़िल्म का तो बताने में झिझक सी
महसूस होती। ये गीत अलबत्ता पूरा याद है और एक दो मौके
पर मित्रों को सुनाया भी है अपनी सुरीली आवाज़ में, जब जब
महफ़िल बर्खास्त करनी होती ।

इस गीत के गीतकार हैं सावन कुमार टाक जिन्हें निर्देशन के
अलावा गीत लिखने का भी शौक रहा है। उनके गीत पर धुन
बनाने की रिस्क अक्सर उनकी जीवन संगिनी उषा खन्ना ने ही
ली है। दोनों की जोड़ी ने कुछ यादगार गीत दिए हैं हिन्दी सिनेमा
जगत को। ये गीत फ़िल्म के आने के साथ ही सुपर हिट गीतों की
कतार में खड़ा हो गया था।

आपको कलाकारों के बारे में जानकारी भी दे दी जाये। एक तो हैं
अनिल धवन और दूसरी हैं नीतू सिंह।





गाने के बोल:

तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद
तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद
तेरे मिलने को न आएंगे सनम, आज के बाद

तेरी गलियों में

तू मेरा मिलना
तू मेरा मिलना समझ लेना एक सपना था
तुझको अब मिल ही गया जो तेरा अपना था
तू मेरा मिलना समझ लेना एक सपना था
तुझको अब मिल ही गया जो तेरा अपना था
हम को दुनिया में समझना ना सनम, आज के बाद

तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद
तेरी गलियों में

घिर के आएंगी
घिर के आएंगी घटाएं फिर से सावन की
तुम तो बाहों में रहोगी अपने साजन की
घिर के आएंगी घटाएं फिर से सावन की
तुम तो बाहों में रहोगी अपने साजन की
गले हम ग़म को लगाएंगे सनम, आज के बाद

तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद
तेरे मिलने को ना आएंगे सनम, आज के बाद
तेरी गलियों में
.......................................................................
Teri galiyon mein na rakhende kadam-Hawas 1974.

Artist: Anil Dhawan, Neetu Singh,

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP