दिल एक मंदिर प्यार है पूजा-जीना मरना तेरे संग १९९२
फिल्म का नाम है जीना मरना तेरे संग. फिल्म में संजय दत्त और
रवीना टंडन की प्रमुख भूमिकाएं हैं. फिल्म कॉलेज की पृष्ठभूमि पर
बनी है और फिल्म के काफी हिस्से में कॉलेज दिखाई देता है. ९०
के दशक की शुरुआत में ऐसी काफी फ़िल्में आयीं. इस दौर की
शुरुआत क़यामत से क़यामत से शुरू हुई, फूल और कांटे और खिलाडी
जैसी फिल्म से आगे बढ़ी. गौरतलब है खिलाडी भी १९९२ की फिल्म
है जिसमें अक्षय कुमार नायक हैं. जो जीता वही सिकंदर जो शुरू से
अंत तक कॉलेज में ही चलती है-ये फिल्म भी सन १९९२ में आई .
प्रस्तुत गीत की धुन काफी लोकप्रिय है और इसका श्रेय इस धुन पर
बने कुछ भाजों को जाता है जो टी सीरीज़ के सौजन्य से हमें सुनने
को मिले. अनुराधा पौडवाल ने इस गीत को और इस धुन पर बनने
वाले भजनों को भी गाया है.
गीत इब्राहिम अश्क का लिखा हुआ है और इसकी धुन बनाई है
दिलीप सेन-समीर सेन ने.
गीत के बोल:
दिल एक मंदिर प्यार है पूजा
दिल एक मंदिर प्यार है पूजा
प्यार से बढ़ के कोई न दूजा
ऐ मेरे हमसफ़र है ये सबको खबर
इस से प्यारा ज़माने में कोई नहीं
दिल एक मंदिर प्यार है पूजा
प्यार से बढ़ के कोई न दूजा
ऐ मेरे हमसफ़र है ये सबको खबर
इस से प्यारा ज़माने में कोई नहीं
दिल एक मंदिर प्यार है पूजा
जग के सारे बंधन छूटे
सच्ची है एक प्रीत की डोरी
जग के सारे बंधन छूटे
सच्ची है एक प्रीत की डोरी
जिसने की हो प्रीत वो जाने
क्यूँ चन्दा को चाहे चकोरी
प्रेम किया तो सब कुछ सूझा
प्यार से बढ़ के कोई न दूजा
ऐ मेरे हमसफ़र है ये सबको खबर
इस से प्यारा ज़माने में कोई नहीं
दिल एक मंदिर प्यार है पूजा
प्यार से बढ़ के कोई न दूजा
ऐ मेरे हमसफ़र है ये सबको खबर
इस से प्यारा ज़माने में कोई नहीं
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Dil ek mandir pyar hai pooja-Jeena marna tere sang 1992
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