Nov 21, 2015

धीरे धीरे बोल कोई-गोरा और काला १९७२

कुछ शब्दों के समूह को गाने में बेहद कठिनाई होती है
जैसी कि इस गीत में गायक कलाकारों को हुई होगी.
सुनने वाले को सुनाई देता है-सुन्नाले. शब्द हैं-सुन ना
ले. इसको कई लोगों ने सुन्नाले वाला गीत ही बना दिया.

प्रस्तुत है फिल्म गोरा और काला से प्रसिद्ध युगल गीत
जिसे मुकेश और लता मंगेशकर ने गाया है. फिल्म के
गीत बेहद लोकप्रिय हुए थे और फिल्म एक बड़ी हिट के
नाम से जानी जाती है. इसके बोल लिखे हैं आनंद बक्षी
ने और संगीत तैयार किया है लक्ष्मी प्यारे ने.  




गीत के बोल:

धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले
सुन ना ले कोई सुन ना ले
सेज से कलियाँ चुन ना ले
चुन ना ले कोई चुन ना ले
हमको किसी का डर नहीं
कोई ज़ोर जवानी पर नहीं
धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले
सुन ना ले कोई सुन ना ले

कुछ कह ले, कुछ कर ले ये संसार
हम प्रेमी हैं, हम तो करेंगे प्यार
कोई देख ले, तो देख ले
कोई जान ले, तो जान ले
कोई दोष हमारे सर नहीं
कोई ज़ोर जवानी पर नहीं
धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले
सुन ना ले कोई सुन ना ले

बातों के बदले आँखों से लो काम
वरना हम हो जायेंगे रे बदनाम
नादान तुम, अंजान तुम
लो मान तुम, बेईमान तुम
क्यूँ चैन तुम्हें पल भर नहीं
कोई ज़ोर जवानी पर नहीं
धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले
सुन ना ले कोई सुन ना ले

एक-एक दिन अब लगता है एक साल
तेरे बिन अब मेरा भी है यही हाल
आ प्यार कर, दुनिया से डर
मत दूर जा, मत पास आ
मैं शीशा हूँ पत्थर नहीं
कोई ज़ोर जवानी पर नहीं
धीरे-धीरे बोल कोई सुन ना ले
सुन ना ले कोई सुन ना ले
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Dheere dheere bol koi-Gora aur Kala 1972

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