ये बात कोई समझाये रे-सज़ा १९५१
हैं फिल्म सजा से. बंगाली मूल की गायिकाओं में
प्रमुख नाम हैं-गीता दत्त, संध्या मुखर्जी, आरती मुखर्जी
जिन्होंने हिंदी फिल्म जगत में हिंदी गीत गाये हैं.
संध्या मुखर्जी के कुछ गीत ५० के दशक में सुनाई
दिए उसके बाद उन्हें ज्यादा अवसर नहीं मिले. बंगाली
फ़िल्मी और गैर फ़िल्मी गीत उन्होंने काफी गाये हैं
आज सुनते हैं फिल्म सजा से राजेंद्र कृष्ण का लिखा हुआ
गीत जिसकी धुन एस डी बर्मन ने बनाई है. गीत में
पतली कमर बल खा रही है. इसे आप पतली कमर या
बल खाना हिट गीत कह सकते हैं.
गीत के बोल:
ये बात कोई समझाये रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
ये बात कोई समझाये रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
मैंने दिल से कहा क्या बात है
कहा दिल ने मिलन की रात है
मैंने दिल से कहा क्या बात है
कहा दिल ने मिलन की रात है
काहे घूंघट में मुखड़ा छुपाये रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
ये बात कोई समझाये रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
मेरा मनवा मनाये रंगरलियाँ
पास आ गई हैं साजन की गलियाँ
मेरा मनवा मनाये रंगरलियाँ
पास आ गई हैं साजन की गलियाँ
मेरी चुनरी हवा में लहराई रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
ये बात कोई समझाये रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
ओ देखो देखो बजी शहनाईयाँ
मोहे आने लगी अंगड़ाईयाँ
ओ देखो देखो बजी शहनाईयाँ
मोहे आने लगी अंगड़ाईयाँ
मेरी पतली क़मर बल खाई रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
ये बात कोई समझाये रे
क्यूं आज नज़र शरमाये रे
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Ye baat koi samjhaye-Saza 1951
Artist: Nimmi
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