ओ आनेवाले रुक जा कोई दम-देवदास १९५५
सरोद और तबले के टुकड़ों से सजा ये गीत लता मंगेशकर ने
गाया है.
साहिर लुधियानवी के बोल हैं और सचिन देव बर्मन का संगीत.
क्लासिक फिल्मों और उनके गीतों को किसी विवरण की ज़रूरत
नहीं होती. इन्हें तो हर संगीत रसिक को सुन कर अपना विवरण
लिख लेना चाहिए.
गीत के बोल:
ओ आने वाले रुक जा कोई दम
रस्ता घेरे है बाहर लाखों ग़म
ओ आने वाले रुक जा कोई दम
रस्ता घेरे है बाहर लाखों ग़म
ओ आने वाले आने वाले
आ मैं तुझे आँखों मे बसा लूँ
रंग भरे आँचल मे छुपा लूँ
आ मैं तुझे आँखों मे बसा लूँ
रंग भरे आँचल मे छुपा लूँ
तुझ पे लुटा दूं
तुझ पे लुटा दूं दिल-ओ-जान ओ नादान
ओ शरमाने वाले
शरमाने वाले रुक जा कोई धम
रस्ता घेरे है बाहर लाखों ग़म
ओ आने वाले आने वाले
निखरा हुआ हैं रात का जादू
बिखरी हुई है ज़ुल्फ़ों की ख़ुशबू
निखरा हुआ हैं रात का जादू
बिखरी हुई है ज़ुल्फ़ों की ख़ुशबू
दिल का इशारा
दिल का इशारा पहचान मैं क़ुरबान
ओ तड़पाने वाले
तड़पाने वाले रुक जा कोई दम
रस्ता घेरे है बाहर लाखों ग़म
ओ आने वाले आने वाले
पायल की झंकार मे खो जा
सपनों के संसार मे खो जा
पायल की झंकार मे खो जा
सपनों के संसार मे खो जा
रह जा यहीं पे
रह जा यहीं पे मेंहमान कहा मान
ओ तरसाने वाले
तरसाने वाले रुक जा कोई दम
रस्ता घेरे है बाहर लाखों ग़म
ओ आने वाले आने वाले
आने वाले आने वाले आने वाले
आने वाले
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O aane waale ruk jaa koi dam-Devdas 1955
Artist: Vaijayantimala, Dilip Kumar
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