Feb 24, 2018

सौ बरस की ज़िन्दगी से-सच्चाई १९६९

स्कूल के ज़माने में कुछ शब्द मास्टर मास्टरनियों से सुनते
थे-लर्न बाई हार्ट. दूरदर्शन के फ़िल्मी गीतों वाले कार्यक्रम
में फिल्म सच्चाई का गीत भी काफी दिखाया गया जिसे
देख देख के शायद कार्यक्रम बनाने वालों को भी याद हो
गया होगा एक एक फ्रेम गीत का.

गीत में ढेर सारे हाथी सजे धजे खड़े हैं और भव्य किस्म
की आतिशबाजी हो रही है. इसे फिल्माने में काफी खर्चा
किया गया होगा.

सच्चाई फिल्म के गीत में जीवन की सच्चाई है. सच्चाई अब
गीतों में और फेसबुक, व्हाट्स एप के पोस्ट पर पर ही तो रह
गयी है. गीत राजेंद्र कृष्ण का है और रफ़ी-आशा ने इसे गाया
है शंकर जयकिशन के संगीत निर्देशन में.



गीत के बोल:

सौ बरस की ज़िन्दगी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन
सौ बरस की ज़िन्दगी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन

प्यार ही से ये ज़मीं है प्यार ही से आसमां
प्यार ही से ये ज़मीं है प्यार ही से आसमां
प्यार का ले कर सहारा चल रहा है ये जहां
प्यार शबनम प्यार शोला प्यार ही बाद-ए-सबा
फूल कलियां चांद तारे सब मोहब्बत के निशां

सौ बरस की ज़िन्दगी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन

ये मुहब्बत दो दिलों का खूबसूरत राज़ है
ये मुहब्बत दो दिलों का खूबसूरत राज़ है
दिल की धड़कन जिसकी सरगम है यही वो ताज़ है
चाहे भंवरे का हो नगमा या पपीहे की सदा
प्यार कहते हैं जिसे वो एक ही आवाज़ है

सौ बरस की ज़िन्दगी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी से अच्छे हैं अच्छे हैं
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन
प्यार के दो चार दिन
.............................................................................
Sau baras ki zindagi se achchhe hain-Sachchai 1969

Artists: Shammi Kapoor, Sadhana

1 comments:

प्रणव झा,  February 24, 2018 at 9:08 PM  

सुन्दर गीत

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