तेरी याद सीरीज़ के तहत अगला गीत पेश है सन १९६५ की
फिल्म चाँद और सूरज से लता मंगेशकर का गाया हुआ. इस
फिल्म का आशा भोंसले का गाया एक गीत काफी लोकप्रिय है.
बाकियों का पता नहीं.
गीत शैलेन्द्र ने लिखा है और इसकी धुन सलिल चौधरी ने
तैयार की है.
गीत के बोल:
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
आती थी नींद कभी-कभी
आज तो वो भी न आ सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तारों के साये में कितने सपने
देखे थे मिल के हमने तुमने
तारों के साये में कितने सपने
देखे थे मिल के हमने तुमने
रूठ गए तुम सपने भी रूठे
उनको भी मैं न मना सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
आती थी नींद कभी-कभी
आज तो वो भी न आ सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
रातें वो रातें न दिन वो दिन हैं
मंज़िल है मुश्किल राहें कठिन हैं
रातें वो रातें न दिन वो दिन हैं
मंज़िल है मुश्किल राहें कठिन हैं
निस दिन रोके भी मैं अपने मन की
आग न हाय बुझा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
आती थी नींद कभी-कभी
आज तो वो भी न आ सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
…………………………………………………
Teri yaad na dil se ja saki-Chand aur Suraj 1965
Artist: Tanuja
फिल्म चाँद और सूरज से लता मंगेशकर का गाया हुआ. इस
फिल्म का आशा भोंसले का गाया एक गीत काफी लोकप्रिय है.
बाकियों का पता नहीं.
गीत शैलेन्द्र ने लिखा है और इसकी धुन सलिल चौधरी ने
तैयार की है.
गीत के बोल:
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
आती थी नींद कभी-कभी
आज तो वो भी न आ सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तारों के साये में कितने सपने
देखे थे मिल के हमने तुमने
तारों के साये में कितने सपने
देखे थे मिल के हमने तुमने
रूठ गए तुम सपने भी रूठे
उनको भी मैं न मना सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
आती थी नींद कभी-कभी
आज तो वो भी न आ सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
रातें वो रातें न दिन वो दिन हैं
मंज़िल है मुश्किल राहें कठिन हैं
रातें वो रातें न दिन वो दिन हैं
मंज़िल है मुश्किल राहें कठिन हैं
निस दिन रोके भी मैं अपने मन की
आग न हाय बुझा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
आती थी नींद कभी-कभी
आज तो वो भी न आ सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
तेरी याद न दिल से जा सकी
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Teri yaad na dil se ja saki-Chand aur Suraj 1965
Artist: Tanuja
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