May 22, 2021

बम बबम बाबी-घर एक मंदिर १९८४

बम बम बबम और भुर्र. इन शब्दों का मेल आपको 
किशोर कुमार के गीतों में ही मिल सकता है. अब आप इस
पोस्ट  कोपढ़ के कुमार सानू के गीतों में इसे ना ढूँढने ना लग 
जाएँ.
 
हम तो इसको बॉबी के एक अलग वर्ज़न की तरह सुनते हैं.
गीत का वीडियो एक महाकंजूस कंपनी के पास है जो
एक दिन अपने साथ सारे गीतों के वीडियो ले के एक दिन 
भैंस कीतरह पोखर में उतर कर गुम हो जायेगी.  इसका 
केवल ऑडियो ही उपलब्ध है, इसी से काम चला लें.

इतना बतलाये देते हैं कि इसे मिथुन गा रहे हैं परदे पर और
गीत निकला है आनंद बक्षी की कलम से.


गीत के बोल:

ज़रूरत हो तो बतलायें, हम यहाँ

चिपका देंगे
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Bam babam bobby-Ghar ek mandir 1984


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