बाली उमर ने मेरा हाल वो किया-आवारगी १९९०
रहेगा. प्रेम त्रिकोण पर बनी फिल्मों में से लगभग आधी सफल
कहलाती हैं. दर्शक किस फिल्म को पसंद कर ले किसको नकार
दे, ये अनुमान लगा पाना संभव नहीं होता कई बाद. त्रिकोण
कथानक पर बनी फिल्म सिलसिला जिसमें अपने समय के
नामचीन सितारे थे और जिसका निर्देशन यश चोपड़ा जैसे प्रेम
त्रिकोण विशेषज्ञ ने किया था, दर्शकों ने ज्यादा पसंद नहीं की.
फिल्म के गीत अलबत्ता हिट रहे और खूब बजे, आज भी बजते
हैं. आज इस फिल्म को क्लासिक फिल्म बोला जाता है और
जनता इसे चाव से देखती है.
महेश भट्ट ने मंजिलें और भी हैं(१९७४) से निर्देशन शुरू किया
और काफी उल्लेखनीय फ़िल्में बनायीं. ८० के दशक के फिल्म
लहू के दो रंग उनकी उस दशक के सबसे उल्लेखनीय फिल्म है
जिसके लिए हेलन को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार
मिला था. महेश भट्ट फिल्म सारांश से चर्चा में आये. हालंकि
उन्होंने सन १९८२ में फिल्म अर्थ से अपनी उपस्थिति एक
अलग हट के फिल्म बनाने वाले निर्देशक के रूप में दर्ज कराई
थी मगर आम जनता ने उन्हें सारांश के बाद ही पहचाना. सारांश
से जनता ने अनुपम खेर को भी पहचाना.
गीत के बोल:
गीत सुन ले पहले, बोल भी चिपका दिए जायेंगे.
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Baali umar ne maera-Awargi 1990
Artist: Meenakshi Sheshadri, Govinda
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