Apr 14, 2020

प्यार के जादू से था-अलबेला २००१

किसी उछ्लम-कूदम गीत को देखे हमें लंबा समय हो
गया, है ना पाठकों. सन २००१ की फिल्म अलबेला से
एक गाना सुनते हैं जिसे देख के ऐसा लगता है मानो
दक्षिण भारत के देसी माइकल जैक्सन ने कोरियोग्राफी
की हो.

गोविंदा अपनी चपलता के लिए जाने जाते थे. ८० और
नब्बे के दशक में उन्होंने नाच-नाच के धमाल कर दिया.
इस गीत में गोविंदा के मूवमेंट्स से ज्यादा गति नायिका
ऐश्वर्या राय के स्टेप्स में है.

समीर के बोल हैं जिन्हें बेखुदी शब्द से कुछ ज्यादा ही
लगाव है. जतिन ललित की मोहब्बतें फिल्म के बाद
बनी थोड़ी बेहतर धुनों में से है जिसे सुन कर लगता
है वो वापस १९९५ के पहले के समय को छूने की
कोशिश में हैं.





गीत के बोल:

प्यार के जादू से था अब तक अनजाना
मैं अलबेला मैं दीवाना
है बड़ा पागल न तूने इतना जाना
तू अलबेला तू मस्ताना
प्यार के जादू से था अब तक अनजाना
मैं अलबेला मैं दीवाना
है बड़ा पागल न तूने इतना जाना
तू अलबेला तू मस्ताना

पलकों की गली में था तेरा बसेरा
रात भर कल मैने ख्वाब देखा तेरा
कैसे मैं बताऊं कैसी थी बेताबी
एक पल कहीं ना चैन था ज़रा भी
मुझसे कहता है मेरा दिल अब तो
तुझको यार मुश्किल है समझाना
तू अलबेला तू मस्ताना

अरे प्यार के जादू से था अब तक अनजाना
मैं अलबेला मैं दीवाना
है बड़ा पागल न तूने इतना जाना

तूने धड़कनों पे ऐसा जादू डाला
झूमने लगा है मेरा मन मतवाला
देखूं जो तुझे तो बेखुदी सी छाये
नाम लूं जो रब का तेरा नाम आये
मेरी जां पे है तेरा हक़
इन बातों से मैं अभी तक था बेगाना
मैं अलबेला मैं दीवाना

है बड़ा पागल न तूने इतना जाना
तू अलबेला तू मस्ताना

प्यार के जादू से था अब तक अनजाना
मैं अलबेला मैं दीवाना
हाँ तू अलबेला तू मस्ताना
मैं अलबेला मैं दीवाना
………………………………………………
Pyar ke jadoo se tha ab tak-Albela 2001

Artists: Govinda, Aishwarya Rai

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