ये रेशमी अँधेरा लुट जाने-यौवन १९७३
एक और वर्मा जी हैं जिन्होंने गीत लिखे हैं-ओमकार वर्मा. आज
उनका लिखा एक गीत सुनिए फिल्म यौवन से. इसे आशा भोंसले
ने गाया है और सोनिक ओमी ने गीत की धुन बनाई है.
गीत मधुर है और इसमें एक्स्ट्रा अ आ इ ई ऊ ऊ वाले बोल हैं.
सोनिक ओमी को जनता गरीबों का आर डी बर्मन यूँ ही नहीं कहा
करती थी.
गीत के बोल:
ये रेशमी अँधेरा लुट जाने का आलम
हो ओ ओ ओ
ये रेशमी अँधेरा लुट जाने का आलम
तो चलना सँभल के कुछ बहका है मौसम
ये रेशमी अँधेरा लुट जाने का आलम
तो चलना सँभल के कुछ बहका है मौसम
हो ओ ओ ओ ये रेशमी अँधेरा
हम दीवाने ग़म को न जाने
ख़ुशियों के रहते हैं लब पे अफ़साने
ओ हो हो आ हा आ हा आ हा
हम दीवाने ग़म को न जाने
ख़ुशियों के रहते हैं लब पे अफ़साने
ऐसी रातें प्यारी बातें
होती हैं बड़ी मुश्किल से हमदम
ये रेशमी अँधेरा लुट जाने का आलम
तो चलना सँभल के कुछ बहका है मौसम
आ आ आ हो हो हो ये रेशमी अँधेरा
ये नज़ारा अहसास प्यारा
कल जाने हो न हो मौसम आवारा
ओ हो हो आ हा आ हा आ हा
ये नज़ारा अहसास प्यारा
कल जाने हो न हो मौसम आवारा
गुनगुना लो गीत गा लो
गिरने दो दिल की कलियों से शबनम
ये रेशमी अँधेरा लुट जाने का आलम
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ये रेशमी अँधेरा लुट जाने का आलम
तुम चलना सँभल के कुछ बहका है मौसम
आ आ आ ए ए ये रेशमी अँधेरा
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Ye reshmi andhera-yauwan 1973
Artist: Yogita Bali
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