जान-ए-बहार हुस्न तेरा-प्यार किया तो डरना क्या १९६३
जैसे सब्जियों की दुनिया आलू और प्याज और हरी मिर्च के इर्द गिर्द
घूमती है.
सुनते हैं एक तारीफ भरा गीत जो नायक नायिका के लिए बड़ी अदा
से गा रहा है. शकील के बोल हैं, रवि का संगीत और रफ़ी की आवाज़.
शम्मी कपूर परदे पर इसे गा रहे हैं बी सरोजा देवी के लिए.
गीत के बोल:
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
वल्लाह कमाल है अरे वल्लाह कमाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
आई है मेरे पास तू इस आन-बान से
आई है मेरे पास तू इस आन-बान से
उतरी हो जैसे कोई परी आस्मान से
मैं क्या कहूँ खुशी से अजब मेरा हाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
वल्लाह कमाल है अरे वल्लाह कमाल है, हाय
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
हाय ये तेरी मस्त अदाएं ये बांकपन
हाय ये तेरी मस्त अदाएं ये बांकपन
किरणों को भी मैं छूने न दूँगा ये गोरा तन
तुझसे नज़र मिलाए ये किसकी मजाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
वल्लाह कमाल है अरे वल्लाह कमाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
मैं खुशनसीब हूँ के तुझे मैंने पा लिया
मैं खुशनसीब हूँ के तुझे मैंने पा लिया
तूने करम किया मुझे अपना बना लिया
ऐसे मिले हैं हम के बिछड़ना मुहाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
वल्लाह कमाल है अरे वल्लाह कमाल है
जान-ए-बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है
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Jaan-e-bahar husn tera-Pyar kiya to darna kya 1963
Artist: Shammi Kapoor, B. Saroja Devi