मुस्कुराता हुआ गुल खिलाता-लहू के दो रंग १९७९
और किशोर कुमार की आवाज़. फारूख कैसर के बोल हैं और ये
गीत किशोर के लोकप्रिय रोमांटिक गीतों में गिना जाता है.
विनोद खन्ना और शबाना अजमी पर फिल्माया गया ये गीत आपने
पहले ना देखा हो तो आज देख लें. गीत देख के आपको कई और
भी गीत याद आ जायेंगे. विनोद खन्ना का एक अंदाज़ देख के
आपको कुछ विज्ञापन भी याद आ सकते हैं ९० के दशक के.
गीत के बोल:
मुस्कुराता हुआ गुल खिलाता हुआ मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
आँखें मलता हुआ तन चुराता हुआ मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
गोरे गोरे मुख को चूमें हीरे मोती
ऐसी शरारत हम से भी होती
गोरे गोरे मुख को चूमें हीरे मोती
ऐसी शरारत हम से भी होती
धीरे से चू लूँ मैं गालों को
चूमूं मैं भीगे से बालों को
बोलो न
न न न न न
न न करता हुआ जग से डरता हुआ मेरा यार
न न करता हुआ जग से डरता हुआ मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
प्यारी प्यारी छबि है अदा भोली भाली
अब न लगाना होंठों पे लाली
प्यारी प्यारी छबि है अदा भोली भाली
अब न लगाना होंठों पे लाली
दिल पे क्या बीते है जानो न
इतना सा कहना है मानो न मानो न
हाँ बाबा
हाँ हाँ करता हुआ पर सँवरता हुआ मेरा यार
हाँ हाँ करता हुआ पर सँवरता हुआ मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
खोये खोये नैना देखें मेरा सपना
प्यार मुबारक मिला कोई अपना
खोये खोये नैना देखें मेरा सपना
प्यार मुबारक मिला कोई अपना
चुपके से बाहों में आ जाना
मेरी जाँ अब तो ना शरमाना शरमाओ ना
जा जा
जा जा करता हुआ दर्द सहता हुआ मेरा यार
जा जा करता हुआ दर्द सहता हुआ मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
मेरा यार मेरा यार मेरा यार
मुस्कुराता हुआ गुल खिलाता हुआ मेरा यार
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Muskurata hua gul khilata hua-Lahu ke do rang 1979
Artists: Vinod Khanna, Shabana Azmi