Feb 3, 2017

यारों सूरत हमारी पे-उजाला १९५९

फिल्म उजाला से अगला गीत सुनते हैं मुकेश और रफ़ी का गाया
हुआ. ऐसा कहा जाता है कि इस गीत को फिल्म में जबरन डाला
गया था. फिल्म के सारे गीत शम्मी कपूर पर फिल्माए गए थे.
राज कुमार के ऊपर फिल्माया गया कोई गीत नहीं था. ऐसे में
फिल्म निर्देशक ने विशेष तौर पर इसे तैयार करवाया. फिल्म में
रफ़ी का गाया ये एकमात्र गीत है. गीत से फायदा शम्मी को
ज्यादा हुआ होगा क्यूंकि ५० के दशक के अंत तक शम्मी कपूर
के लिए ज्यादा गीत गाने वाली आवाज़ रफ़ी की ही थी.

फिर एक बार कहना पड़ेगा मन्ना डे के साथ सबसे ज्यादा मधुर
गीत शंकर जयकिशन ने ही रचे. मन्ना डे जैसे गंभीर गायक की
कद्र शंकर जयकिशन ने सबसे ज्यादा की.

प्रस्तुत गीत के रचयिता हैं शैलेन्द्र.




गीत के बोल:

यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ

हम भी हैं दिल के शाहेजहान
प्यार पे सब कुछ है क़ुर्बान
हम भी हैं दिल के शाहेजहान
प्यार पे सब कुछ है क़ुर्बान
ज़रा सी है ग़रीबी ये ही है कमनसीबी
ज़रा सी है ग़रीबी ये ही है कमनसीबी
के उनसे अभी न हुई पहचान

यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ

आपकी दौलत ज़िन्दाबाद
आपकी जेबें ज़िन्दाबाद
ईमान की कहेंगे कहेंगे फिर कहेंगे
ईमान की कहेंगे कहेंगे फिर कहेंगे
के पेट ये पापी मुर्दाबाद

यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ

जाने कैसा है ये जहान
जीना मुश्किल मौत आसान
ओ जाने कैसा है ये जहान
हाय जीना मुश्किल मौत आसान
हम फिर भी जी रहे हैं ज़ख़्मों को सी रहे हैं
हम फिर भी जी रहे हैं ज़ख़्मों को सी रहे हैं
ये आप सबों का है एहसान

यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यहाँ भी दिल है यूँ हमसे न कतराओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
यारों सूरत हमारी पे मत जाओ
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Yaaron surat hamari pe-Ujala 1959

Artists: Shammi Kapoor, Raj Kumar

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