जिया ओ जिया कुछ (लता)-जब प्यार किसी से होता है १९६१
नायिका दोनों को इसे गा के ट्रेन या बस पकड़ने की ज़ल्दी हो.
गीत का टेम्पो, ऑटो रिक्शा, मिनी बस कुछ ज्यादा ही तेज है.
शंकर जयकिशन की फिल्मों में आपने संगीत के ऐसे टुकड़े सुनें
होंगे जो किसी गीत की धुन से मिलता जुलते हैं. इसी गीत की
शुरुआत में सौ साल पहले गीत की धुन सुनाई देती है बांसुरी
पर.
गीत में नायक नायिका को धक्के दे के ज़मीन पर गिरा के
चलता बनता है. नायिका दुखी स्वर में उसके पीछे पीछे ये गीत
गाती जा रही है.
गीत के बोल:
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो
अरे ओ दिल का पर्दा खोल दो
जब प्यार किसी से होता है
तो दर्द सा दिल में होता है
तुम एक हसीन हो लाखों में
भला पा के तुम्हें कोई खोता है
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो
नज़रों से कितने तीर चले
चलने दो जिगर पर झेलेंगे
इन प्यार की उजली राहों पर
हम जान की बाज़ी खेलेंगे
इन दो नैनों के सागर में
कोई दिल की नैया डुबोता है
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो
अरे ओ दिल का पर्दा खोल दो
जब प्यार किसी से होता है
तो दर्द सा दिल में होता है
तुम एक हसीन हो लाखों में
भला पा के तुम्हें कोई खोता है
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो
तुम भी तो इस आग में जलते हो
चेहरे से बयां हो जाता है
हर बात पे आहें भरते हो
हर बात पे दिल थर्राता है
जब दिल पे छुरियां चलती है
तब चैन से कोई सोता है
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो
अरे ओ दिल का पर्दा खोल दो
जब प्यार किसी से होता है
तो दर्द सा दिल में होता है
तुम एक हसीन हो लाखों में
भला पा के तुम्हें कोई खोता है
जिया ओ जिया ओ जिया कुछ बोल दो
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Jiya o jiya kuchh bol do-Jab pyar kisi se hota hai 1961
Artist: Asha Parekh, Dev Anand
