Apr 7, 2017

हम और तुम थे साथी-हमारे तुम्हारे १९७९

गीतकार योगेश का लिखा एक उम्दा गीत सुनते हैं १९७९
की फिल्म हमारे तुम्हारे से. किशोर कुमार के गाये इस
गीत की तर्ज़ बनाई है आर डी बर्मन ने.

संजीव कुमार और राखी अभिनीत इस फिल्म का विषय
दुखद सा है. फिल्म के कथानक में बिछुडना मिलना है
इसलिए ये गीत जो फिल्म में २-३ बार बजता है, दर्द 
भरा है.




गीत के बोल:

हम और तुम थे साथी
अभी है कल की बात
आज सफ़र में तुमने क्यों
छोड़ दिया मेरा साथ

कैसे हैं ये अंधेरे ढलते नहीं
मीलों तलक़ उजाले मिलते नहीं
हमारे तुम्हारे
हमारे तुम्हारे जीवन में कैसे आई
ये अंधियारी रात
आज सफ़र में तुमने क्यों
छोड़ दिया मेरा साथ

जलता है दिल मैं फिर भी खामोश हूँ
किससे करूँ मैं शिकवा क्या दोष दूँ
हमारे तुम्हारे
हमारे तुम्हारे सपने जो सच हुए थे
थामे हैं मेरा हाथ
आज सफ़र में तुमने क्यों
छोड़ दिया मेरा साथ
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Ham aur tum the sathi-Hamare tumhare 1979

Artists: Sanjeev Kumar, Rakhi

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