Mar 5, 2016

ज़िन्दगी को सँवारना होगा-आलाप १९७७

सुनिए येसुदास का गया एक गीत जिसे लिखा है
डॉक्टर राही मासूम रज़ा ने और जिसकी धुन
बनायीं है जयदेव ने. फिल्म का नाम है आलाप
जो सन १९७७ के एक फिल्म है. अमिताभ बच्चन
और रेखा इस फिल्म में प्रमुख कलाकार हैं.



गीत के बोल;

ज़िन्दगी रात नहीं  रात की तसवीर नहीं
ज़िन्दगी सिर्फ़ किसी ज़ुल्फ़ की ज़ंजीर नहीं
ज़िन्दगी बस कोई बिगड़ी हुई तक़दीर नहीं
ज़िन्दगी को निखारना होगा

ज़िन्दगी को सँवारना होगा
दिल में सूरज उतारना होगा

ज़िन्दगी धूप नहीं  साया-ए-दीवार भी है
ज़िन्दगी ज़ार नहीं  ज़िन्दगी दिलदार भी है
ज़िन्दगी प्यार भी है  प्यार का इक़रार भी है
ज़िन्दगी को उभारना होगा

ज़िन्दगी को सँवारना होगा
दिल में सूरज उतारना होगा
…………………………………………………….
Zindagi ko sanwaarna hoga-Alaap 1977

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP