आईने में एक चाँद सी सूरत-ऐलान १९४७
विंटेज युग से दूसरा गीत सुनवा रहे हैं. उम्मीद के मुताबिक़ पाठक
संख्या आज सबसे कम होगी. नए छोरों को ये भाते नहीं और सयाने
पाठक यहाँ आते नहीं. उन्हें विंटेज युग का संगीत अंग्रेजी आलेखों
और बोलों में जल्दी समझ आता है.
खैर, वो सब तो चलता ही रहेगा, संसार है. कहा है-तुलसी इस संसार
में भाँति भाँति के लोग. गीत सुनते हैं जिसे सुरेन्द्र और अमीरबाई ने
गाया है. ज़िया सरहदी के बोल हैं और नौशाद का संगीत.
आईने में एक चाँद सी सूरत नज़र आई
आईने में एक चाँद सी सूरत नज़र आई
सौ बार हुई जिसपे फ़िदा सारी ख़ुदाई
हो ओ ओ सूरत नज़र आई
हाँ आ आ सौ बार हुई जिसपे फ़िदा सारी ख़ुदाई
हो सूरत नज़र आई
आँखों में तमन्नाओ का आबाद ज़माना
हर बात कुछ ऐसी के मोहब्बत का फ़साना
आँखों में तमन्नाओ का आबाद ज़माना
हर बात कुछ ऐसी के मोहब्बत का फ़साना
फूलों ने नज़ाक़त तेरे रुख़सार से पाई
हो ओ ओ सूरत नज़र आई
आईने में एक चाँद सी सूरत नज़र आई
ढलका हुआ आँचल हो क़यामत की अदायें
देता है मेरा दिल तुझे रह-रह के दुआयें
ढलका हुआ आँचल हो क़यामत की अदायें
देता है मेरा दिल तुझे रह रह के दुआयें
आ आ आ हुस्न सलामत रहे आबाद रहे तू
हाय हाय हुस्न सलामत रहे आबाद रहे तू
तू है तो तेरे दम से है आबाद ख़ुदाई
तू है तो तेरे दम से है आबाद ख़ुदाई
हो ओ ओ सूरत नज़र आई
आईने में एक चाँद सी सूरत नज़र आई
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Aaine mein ek chand si soorat-Elaan 1947
Artists: Munawwar Sultana, Shahnawaz
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