काहे नैनों में नैना डाले रे-जोगन १९५०
शमशाद बेगम का गाया हुआ है. बूटाराम शर्मा के लिखे गीत
की तर्ज़ बनायीं है बुलो सी रानी ने. जोगन फिल्म के गीत काफी
लोकप्रिय गीत रहे हैं अपने ज़माने में और इस फिल्म के २-३
गीत आज भी नियमित रूप से बजा करते हैं.
फिल्म का कथानक भक्ति पर केंद्रित है. रणजीत फिल्म कंपनी
के लिए फिल्म का निर्देशन केदार शर्मा ने किया था. नर्गिस
और दिलीप कुमार मुख्य कलाकार हैं इस फिल्म के.
गीत के बोल:
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
हो परदेसिया
हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
नज़र नज़र से मिली और दिल निढाल हुआ
क़ुसूर किसका मरा कोई ये क़माल हुआ
तुम्हारे चाहने वालों का ख़ूब हाल हुआ
के जीना एक तरफ़ मरना भी मुहाल हुआ
हो परदेसिया हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
अदा के तीर का हो कर शिकार बैठे हैं
जिगर को थामे हुये बेक़रार बैठे हैं
निगाह-ए-लुत्फ़ के उम्मीदवार बैठे हैं
तुम्हारे सामने बेइख्तियार बैठे हैं
हो परदेसिया हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
जो दिल में बसे हो तो प्यार बन के रहो
सदाबहार चमन की बहार बन के रहो
हमरे पहलू में चैन-ओ-क़रार बन के रहो
निगाहें मिलने की इक यादगार बन के रहो
हो परदेसिया हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
काहे नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में नैना डाले रे
हो परदेसिया हो परदेसिया
नैनों में नैना डाले रे
काहे नैनों में
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Kaahe nainon mein naina-Jogan 1950
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