उठ जा बिजली प्यारी-मुकाबला १९४२
जांबाज़ अदाकारा थीं. आस्ट्रेलिया में जन्मी मैरी के लिए
बम्बई(वर्तमान मुंबई) कर्मभूमि बना. उन्होंने फिल्मकार
होमी वाडिया से विवाह कर लिया. सन १९३५ की फिल्म
हंटरवाली से ज़बरदस्त कामयाबी के बाद उनकी कई स्टंट
फ़िल्में आयीं. वाडिया मूवीटोन के संस्थापक जमशेद जी
उर्फ जे बी एच वाडिया ने उनको फिल्मों में पहला अवसर
दिया होमी जमशेद जी के छोटे भाई थे.
आज आपको सन १९४२ की फिल्म मुकाबला से एक हास्य
गीत सुनवाते हैं जिसमें अलग-अलग सुर में प्रेमी अपनी प्रेमिका
को पुकार रहा है. गीत का अंत जनता द्वारा प्रेमी पर सामान
फेंकने और कुत्ते के भौंकने और प्रेमी को खदेड़ने से समाप्त
होता है. गीत के बोल ऐ करीम साहब के हैं. इसके गायक और
संगीतकार स्वयं खान मस्ताना हैं. गीत आगा पर फिल्माया
गया है. मैरी इवांस इस फिल्म में नायिका हैं.
गीत के बोल:
उठ जा उठ जा
उठ जा बिजली प्यारी उठ जा
उठ जा बिजली प्यारी उठ जा
अरे उठ जा बिजली
अरे उठ जा उठ जा उठ जा
बिजली, मेरी प्यारी बिजली
अरे, मेरे दिल की पुकार तेरे कानों तक नहीं पहुंची
अरे ये सिकंदर, मा-बदौलत लग गया
मा बदौलत
तेरा मुखडा है चमकता ऐसे
जैसे चाँद चमकता दिखता है
जैसे चाँद चमकता दिखता है
जैसे चाँद चमकता दिखता है
दीवाना बनाना है तो दीवाना बना दे
दीवाना बनाना है तो दीवाना बना दे
दीवाना बनाना है तो दीवाना बना दे
वरना मुझे, वरना मुझे
वरना मुझे थाने का पागलखाना बना दे
वरना मुझे थाने का पागलखाना बना दे
वरना मुझे थाने का पागलखाना बना दे
ओ देखने वालों मुझे , अरे बाप रे
ओ देखने वालों मुझे, मुझे
खिडकी से न देखो
हाय, ये बिजली कहीं
रे ये बिजली कहीं तुमको मुझ जैसा न बना दे
ये बिजली कहीं तुमको मुझ जैसा न बना दे
ये बिजली कहीं तुमको मुझ जैसा न बना दे
मेरी फ़रियाद, अरे बाप रे
मेरी फ़रियाद सुन लो
थक गया चिल्लाते चिल्लाते
अरे ज़रा इस हुस्न की दौलत से
कुछ मुझको भी दे जाते
हा हा हाय, लग गयी चोट
करेजवा पे हाय राम
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Uth ja bijli pyari-Muqabla 1942
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