तस्वीर बनाता हूँ तेरी-हबीब वली मोहम्मद गैर फ़िल्मी गीत
सुना. आज यही गीत सुनिए जिसे गैर फ़िल्मी संस्करण
कहा जाता है. गीत के गीतकार और संगीतकार वही हैं जो
फिल्म दीवाना के गीत में थे.
वस्तुतः ये गीत सर्वप्रथम हबीब वाली मोहम्मद की आवाज़
में ही रिकोर्ड किया गया था लेकिन फिल्म में शामिल नहीं
किया गया. नौशाद ने बाद में रफ़ी से गवा लिया इसे और
फिल्म में रफ़ी वाला वर्ज़न मौजूद है. ये सब कही-सुनी
के आधार पर हम मान लेते हैं, असलियत क्या है ये जान
पाना आसान नहीं है.
हिंदी फिल्म संगीत के कई गीत ऐसे हैं जिन्हें दूसरे गायकों
ने गाया और उन्हें वर्ज़न सोंग के नाम से जाना जाता है.
आपको जल्दी ही वे सब सुनवायेंगे इस ब्लॉग पर.
गीत के बोल:
तस्वीर बनाता हूँ तेरी खून-ए-जिगर से
खून-ए-जिगर से
देखा है तुझे मैंने मोहब्बत की नज़र से, अरे
मोहब्बत की नज़र से
तस्वीर बनाता हूँ तेरी खून-ए-जिगर से
खून-ए-जिगर से
जितने भी मिले रंग वो
सब भर दिए तुझ में, हाय
भर दिए तुझ में
एक रंग-ए-वफ़ा और है
लाऊं वो किधर से, अरे
लाऊं वो किधर से
तस्वीर बनाता हूँ तेरी खून-ए-जिगर से
खून-ए-जिगर से
सावन तेरी जुल्फों से घटा
मांग के लाया, हाय
मांग के लाया
बिजली ने चुरायी है तड़प
तेरी नज़र से, अरे
तड़प तेरी नज़र से
मैं दिल में बुला कर तुझे
रुखसत ना करूंगा, हाय
रुखसत ना करूंगा
मुश्किल है तेरा लौट के
जाना मेरे घर से, अरे
जाना मेरे घर से
तस्वीर बनता हूँ तेरी खून-ए-जिगर से
खून-ए-जिगर से
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Tasveer banata hoon teri-Habib Wali Mohammad Non film version
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