कोलंबस कोलंबस-जींस १९९८
फिल्म संगीत के खजाने में. कोई गीत प्यार करने के इनोवेटिव
मेथड्स बतलाता है तो कोई आपके पुराने पढ़े विषयों की यादें
ताज़ा करवा देता है. गीतों के ज़रिये भूगोल, इतिहास का ज्ञान
भी काफी हो जाता है.
इस गीत के बहाने क्रिस्टोफर कोलंबस की यादें ताज़ा हो गयीं.
इस नाम को इतिहास की पुस्तकों में पढ़ा था कभी. सर्वकालिक
लोकप्रिय शख्सियतों में उनका नाम शामिल है. इस घोर नितांत
फ़िल्मी कोलंबस की यात्रा में सुन्दर लड़की का भी जिक्र है.
फिल्म का नाम है जींस. ये उस समय आई थी जब पहनने वाली
जींस काफी प्रचलन में थी और उसका क्रेज भी था. आज ये एक
ज़रूरत का सामान हो गयी है.
गीत जावेद अख्तर का है और इस गीत को सोनू निगम गा रहे हैं.
गीत के तमिल और तेलुगु वर्ज़न ए आर रहमान ने खुद गाये हैं.
गीत के बोल:
कोलम्बस कोलम्बस छुट्टी है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
कोलम्बस कोलम्बस छुट्टी है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी
कोलम्बस कोलम्बस छुट्टी है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
कोलम्बस कोलम्बस छुट्टी है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी
ऐसी जगह दिल कहता है चलो
दुनिया की कोई बुराई जहाँ न हो
फ़ौजी तैयारी जंग और लड़ाई
भूख और बीमारी गंदी राजनीति
इन सबसे दूर कहीं तो होगी
हँसती-गाती ज़िंदगी
कोलम्बस
मेहनत हमने पाँच दिनों की
पाई तब है दो दिन की छुट्टी
आओ ख़ुशी से झूमें हवाओं की तरह घूमें
कलियों को हम चूमें लहरों से खेलें
और बचपन में लौट जायें
पँख लगा के उड़ना सीखें
इस अम्बर की सैर करें
परदेसी हैं पंछी बन के
नगर-नगर की सैर करें
फिर दरिया की ओर जायें
ऊँची-नीची मौज आये
ऐसे झूले झुलायें आये नींद हमें
कोलम्बस
देखो जो कोई लड़की प्यारी
अपनी इन आँखों में तुम
उसके सपने रख लो
सागर की लहरों की साड़ी उसको पहनाओ
अम्बर के तारों के बुंदे उसके बनवाओ
उसको भी प्यार से
ख़ुद से कहते रहो
प्यारा ये ख्वाब है
दो दिन तो देख लो
ख़्वाबों में ही दो दिन रहो
कोलम्बस कोलम्बस छुट्टी है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी
कोलम्बस
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Columbus Columbus-Jeans 1998
Artists: Prashanth, Aishwarya Rai
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