न भूलेंगे तुझको भुला देने वाले-शहंशाह बाबर १९४४
दशक के पूर्वार्ध में बनी फिल्म से है. इस फिल्म में प्रमुख
भूमिकाएं शेख मुख्तार और खुर्शीद की हैं.
फिल्म हालांकि ज्यादा लोकप्रिय नहीं हुई मगर इसके गीत
जनता ने सुने. खेमचंद प्रकाश की अपनी फैन फोलोईंग
हुआ करती थी जो कुछ हद तक आज भी है. पुराने गीतों
के वरिष्ठ संगीत प्रेमी आज भी उनके गीत सुन के आनंद
लिया करते हैं.
गीत के बोल:
न भूलेंगे तुझको भुला देने वाले
मेरी हसरतों को मिटा देने वाले
मेरी हसरतों को मिटा देने वाले
रहेगी इन आँखों में तस्वीर तेरी
निगाहों से मुझको गिरा देने वाले
निगाहों से मुझको गिरा देने वाले
दुआ बन के निकलेंगे शिक़वे हमारे
भला हो तेरा
भला हो तेरा दिल दुखा देने वाले
भला हो तेरा दिल दुखा देने वाले
मेरे आँसुओं पर हँसे चाहे दुनिया
मगर तू न हँसना
मगर तू न हँसना रुला देने वाले
मगर तू न हँसना रुला देने वाले
न भूलेंगे तुझको भुला देने वाले
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Na bhoolenge tujhko-Shahenshah Babar 1944
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