दिल है मेरा दीवाना-राजू बन गया जेंटलमैन १९९२
एक और गीत सुनते हैं आज. जिस ज़माने में शाहरुख
खान एक मोपेड के विज्ञापन में दिखाई देते थे उसी
समय की ये फिल्म है. विज्ञापन मध्यम वर्ग को टारगेट
करके बनाया गया था-स्टाइल और माइलेज दोनों साथ
साथ. समय के साथ साथ वो मध्यम वर्ग को लुभाने
वाली मोपेड भी गायब हो गयी और उसके साथ साथ
मध्यम-निम्न वर्ग पर बने बॉलीवुड के कथानक भी.
हर चीज़ का अपग्रेडेशन होता चला गया और श्रेष्ठि वर्ग
की वस्तुएँ और कथानक दिखलाई देने लगे.
कल के सपने-इनकी परिभाषा बॉलीवुड में समय और
विषय के अनुसार बदलती रहती है. ये अक्सर पैदा तो
मध्यम धरातल पर ही होती है मगर उसमें फर्टिलाइज़र
विलायती और उच्च किस्म की होती है. कुछ कुछ ऐसा
समां हो जाता है कभी, मानो मिक्सर के अंदर पिज़ा और
मंचूरियन को घोट के भेल बनाई गई हो.
गीत के बोल:
हे दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला
अरे दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला
मेरी मंजिल दूर है
पर जाना ज़रूर है
ऐ दोस्तों अलविदा
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला हाय
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला
आँखों में हैं कल के सपने
ऊँचे इरादे हैं अपने हाँ
यारों न रोको मुझे तुम
ये दिल नहीं मेरे बस में
मेरी मंजिल दूर है
पर जाना ज़रूर है
ऐ दोस्तों अलविदा
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला हाय
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला
निकला हूँ मैं अपनी धुन में
लाखों उमंगें हैं मन में हाँ
एक दिन ये किस्मत का तारा
चमकेगा नीले गगन में
मेरी मंजिल दूर है
पर जाना ज़रूर है
ऐ दोस्तों अलविदा
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला हाय
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला
मेरी मंजिल दूर है
पर जाना ज़रूर है
ऐ दोस्तों अलविदा
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला हाय
दिल है मेरा दीवाना
यारों मैं तो चला
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Dil hai mera deewana-Raju ban gaya gentleman 1992
Artist: Shahrukh Khan
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uttam jaankari
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