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Jul 13, 2020

दोनों के दिल हैं मजबूर-नर्गिस १९९२

आज १३ जुलाई प्रसिद्ध सेक्सोफोन वादक मनोहारी सिंह की
पुण्यतिथि है. मनोहारी सिंह एस डी बर्मन के ओर्केस्ट्रा से
जुड़े और बाद में उनके पुत्र आर डी बर्मन के साथ उन्होंने
लमे समय तक वादक, संगीत सहायक और अरेंजर के रूप
में काम किया.

मनोहारी सिंह कई वाद्य कुशलता के साथ बजाते थे जिनमें
से एक बांसुरी भी है.

मनोहारी सिंह ने बासु चक्रवर्ती के साथ मिल के जोड़ी भी
बनाई थी. आज हम आपको इसी जोड़ी के संगीत से सजी
सन १९९२ की फिल्म नर्गिस से एक गाना सुनवाते हैं जिसे
लता मंगेशकर और जगजीत सिंह ने गाया है. इसे लिखा
है मजरूह सुल्तानपुरी ने.




गीत के बोल:

मजबूर प्यार से
दोनों के दिल हैं मजबूर प्यार से
दोनों के दिल हैं मजबूर प्यार से
हम क्या करें मेरी जां तुम क्या करो
मेरी जां तुम क्या करो
दोनों के दिल हैं मजबूर प्यार से
हम क्या करें मेरी जां तुम क्या करो
मेरी जां तुम क्या करो
.
............................................................
Dono ke dil hain majboor-Nargis 1992

Artists:

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Mar 31, 2020

शादी की है हमको तो-हनीमून १९९२

नायक नायिका को शादी की जल्दी पड़ी थी सो
उन्होंने कर ली. इनमें सबसे ज्यादा जल्दी नायिका
को थी. नायिका कॉलेज के हॉस्टल में रहती थी और
नायक मेंस होस्येल में जहाँ केवल कुंवारों को जगह
दी जाती है.

शादी के बाद नायक को हॉस्टल से बेदखल कर दिया
जाता है. उसके बाद दोनों सामान ले कर सड़कों पर
घूमते हुए ये गाना गाते हैं जब तक समस्यापूर्ति ना
हो जाये. जहाँ चाह वहाँ राह. उन्हें गीत के अंत तक
तौर ठिकाना मिल ही जाता है.

मनोरंजक गीत है और जिन्हें ये समस्या है शादी के
बाद हनीमून कहाँ मनायें, वो इसे देख के दुःख हल्का
कर सकते हैं.

एम् जी हशमत के बोल, आनंद मिलिंद का संगीत और
अभिजीत, साधना सरगम की आवाजें हैं.



गीत के बोल:

शादी की है हमको तो हनीमून चाहिये
शादी की है हमको तो हनीमून चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये

शादी की है हमको तो हनीमून चाहिये
शादी की है हमको तो हनीमून चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये

अंग अंग जलता है दिल बेताब है
शादी के बाद ये हमारी पहली रात है
अंग अंग जलता है दिल बेताब है
शादी के बाद ये हमारी पहली रात है
दोनों को ज़रूरत है कहीं तन्हाई की
ना कम्बल ना चादर की और ना रजाई की
दिल को तो धडकन का फ़ेविकोल चाहिये
दिल को तो धडकन का फ़ेविकोल चाहिये
हो महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये

कहीं नहीं जायेगी ये बस खाली खड़ी है
दोनों के वास्ते ये सीट काफ़ी बड़ी है
पास आ जा और हो जा मेरे करीब में
मिल जाये खुशियाँ जो हैं नसीब में
मुझको तेरी साँसों की परफ्यूम चाहिये
मुझको तेरी साँसों की परफ्यूम चाहिये
हे महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये

ऐ क्या हो रहा है इधर
जी हनीमून
हनीमून हनीमून हनीमून
हे हे हे हनीमून
हनीमून हनीमून

स्टेशन के बाहर रक डब्बा है रेल का
कटा हुआ हिस्सा है कलकत्ता मेल का
खिडकी बंद कर के तू आ जा मेरी बाहों में
खिडकी बंद कर के तू आ जा मेरी बाहों में
मज़ा आ जायेगा चाहत के खेल का
हाय राम डब्बे से डब्बा टकराया है
लाइन मैं काँटा बदलने को आया है
देखो कैसे जुड़े हुए डब्बे कट जाते हैं
इंजन को छोड़ के दूर हट जाते हैं
लेकिन तेरी आँखों में आंसू क्यूँ आ गये
चलो भागो डब्बे को धोने वाले आ गये
रात में भी डब्बों की होती धुलाई है
भागो भीग जायेंगे बरसात आई है
भीगने दो आज हमको मानसून चाहिये
भीगने दो आज हमको मानसून चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये
महल नहीं छोटा सा एक रूम चाहिये
हनीमून हनीमून
हनीमून हनीमून
हनीमून हनीमून
…………………………………………..
Shadi ki hai hamko to-Honeymoon 1992

Artists: Rishi Kapoor, Varsha Usgaonkar

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Mar 29, 2020

सुनिये जनाब बोलो मेमसाब-हनीमून १९९२

नायक और नायिका होटल में खाने जाते हैं. कहानी
में ये शादी के पहले का वाकया है. पुलाव परोसने के
साथ ही नायिका ख्यालों में खो जाती है. क्या वो ये
सोच रही है कि जो आर्डर किया है कम है और इसे
नायक को ही खाने दूं. या वो ये सोच रही है डॉक्टर
ने उसे तली भुनी चीज़ें खाने को मना किया है क्यूंकि
चेहरे पर कील मुहांसे बहुत हो रहे थे, इसलिए दूर
रहो ऐसे खाने से.

आगे उसके चेहरे के भाव बदलते हैं और स्थाई से
हो जाते हैं जिनमें आश्चर्य भी है थोडा सा. क्या
उसके दिमाग में ये बात आ रही है-कितने दिन से
भूखा है गपागप खा रहा है. मुर्गे की टांगें और सलाद
की प्लेटें साथ रखी है. छुरी कांटे से कोई चावल तो
खाता नहीं. एक ज़माने मं होटल वाले काफी उदार थे
और सलाद भरपूर दिया करते थे खाने के साथ. ये
सलाद की प्लेट अलग से आर्डर की गयी है इसलिए
इतना है.

यार ये खाना खाने के साथ पब्लिक क्या कपड़े भी
साथ ले जाती है. खाने के बाद कपड़े बदल के कोई
नाचता है क्या? अबे चावल में ऐसा क्या था के पचा
नहीं और नाचने के बाद टेनिस भी खेलना पड़ गया.
पीट सैम्प्रास के फैन दोनों केवल बैकहैंड शॉट ही लगा
रहे हैं.

आगे टेलीफोन का सदुपयोग हो रहा है उस पर हमें
कोई कमेन्ट नहीं करना. गीत में आगे उम्र साथ गुज़ार
चुके साथियों के लिए एक सन्देश भी है.

गीत एम जी हशमत का है और इसकी धुन तैयार की
आनंद मिलिंद ने जिसे अभिजीत और साधना सरगम
ने गाया है.




गीत के बोल:

सुनिये जनाब बोलो मेमसाब चोरी हुआ मेरा दिल
सुनिये जनाब बोलो मेमसाब चोरी हुआ मेरा दिल
आँखों की तलाशी दो शायद वहां जाये मिल
आँखों की तलाशी दो शायद वहां जाये मिल

सुनो मेमसाब कहिये जनाब चोरी हुआ तेरा दिल
सुनो मेमसाब कहिये जनाब चोरी हुआ तेरा दिल
मैं दिल का चोर नहीं किसने चुराया तेरा दिल
मैं दिल का चोर नहीं किसने चुराया तेरा दिल

ये तो बताओ क्या मुझसे पहले कहीं किसी से मिली हो तुम
ये तो बताओ क्या मुझसे पहले कहीं किसी से मिली हो तुम
मुझे तो कोई मिला नहीं है मिले हो तो बस मिले हो तुम
इसलिए मुझ पर ही शक तेरा जाता है
देखते ही तुमको दिल मचल जाता है
सच है पहले तो तुमने चुराया मेरा दिल

सुनो मेमसाब कहिये जनाब चोरी हुआ मेरा दिल
आँखों की तलाशी दो शायद वहां जाये मिल
आँखों की तलाशी दो शायद वहां जाये मिल

दिल तेरा चोरी दिल मेरा चोरी दोनों परेशान हैं दिल से
दिल तेरा चोरी दिल मेरा चोरी दोनों परेशान हैं दिल से
क्यूँ ना मिटा दें ये पर्सेहानी एक दूसरे से हम मिल के
इन आँखों में तेरी तस्वीर नज़र आती है
मुझको इसमें अपनी तकदीर नज़र आती है
फिर क्यूँ जुदा हैं जब एक है अपनी मंज़िल
सुनिये जनाब बोलो मेमसाब चोरी हुआ मेरा दिल
सुनो मेमसाब कहिये जनाब चोरी हुआ मेरा दिल
आँखों की तलाशी दो शायद वहां जाये मिल
आँखों की तलाशी दो शायद वहां जाये मिल
…………………………………………………..
Suniye janaab-Honeymoon 1992

Artists: Rishi Kapoor, Varsha Usgaonkar

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Mar 24, 2020

मैं औरत तू आदमी-हनीमून १९९२

बाहर से आये एक वायरस की वजह से जगह जगह लॉक डाउन हो
गया है. ये सब हमारी सुरक्षा के लिए है, सबको समझना चाहिये.

इस समय पर जनता को घर में रहने के फायदे भी हैं. अपने संबंध
सुधार का एक बढ़िया मौका दिया है प्रकृति ने. उम्मीद है आप सब
को हमारा ब्लॉगपढ़ने का भी मौका मिल रहा होगा.

#कोरोनावायरस -ये सर्वाधिक चर्चा में आई हुई चूं चूं है. जी हाँ हम
ट्विटर की बात कर रहे हैं. ट्वीट यानि कि चूं चूं. जो निर्देश स्वास्थ्य
सेवाओं के कर्मचारीऔर सरकार दे रही है उसका ईमानदारी से पालन
करें.

अपने प्यार की चूं चूं को रिडिसकवर करें और ये गीत सुनें १९९२ की
फिल्म हनीमून का. एम् जी हशमत के बोल हैं और आनंद मिलिंद
का संगीत. इसे गाया है कविता कृष्णमूर्ति और मोहम्मद अज़ीज़ ने.




गीत के बोल:

मैं औरत तू आदमी
मैं औरत तू आदमी मोहब्बत है लाज़मी
मैं औरत तू आदमी मोहब्बत है लाज़मी
दिल रजामंद करे तुझको पसंद
दिल रजामंद करे तुझको पसंद
कार में हैं दोनों क्यूँ ना शीशे कर लें बंद
कार में हैं दोनों क्यूँ ना शीशे कर लें बंद
लेंगे प्यार का आनंद लेंगे प्यार का आनंद
मैं औरत तू आदमी मोहब्बत है लाज़मी
दिल रजामंद करे तुझको पसंद
कार में हैं दोनों क्यूँ ना शीशे कर लें बंद
कार में हैं दोनों क्यूँ ना शीशे कर लें बंद
लेंगे प्यार का आनंद लेंगे प्यार का आनंद

शीशे बंद करेगी तो गर्मी सतायेगी
हो शीशे बंद करेगी तो गर्मी सतायेगी
बाहर की हवा अंदर कैसे आयेगी
बाहर की हवा अंदर कैसे आयेगी
देखो मैंने कार में एसी भी लगाया है
बटन दबाते ही हवा का झोंका आया है
देखो मैंने कार में एसी भी लगाया है
बटन दबाते ही हवा का झोंका आया है
एसी बंद कर मुझे लगती है सर्दी
एसी बंद कर मुझे लगती है सर्दी
अरे डाल मेरी बाहों का गले में गुलबन्द
डाल मेरी बाहों का गले में गुलबन्द
लेंगे प्यार का आनंद लेंगे प्यार का आनंद

आओ न कमरे में
ओह नो नो नो
कमरे में तुझसे मिलन बड़ा खतरनाक है
हाय कमरे में तुझसे मिलन बड़ा खतरनाक है
शादी के बिना इतने पास आना पाप है
शादी के बिना इतने पास आना पाप है
अरे पिछले ज़माने की बात है ये भूल जा
आज के ज़माने में तो सब कुछ माफ है
अरे पिछले ज़माने की बात है ये भूल जा
आज के ज़माने में तो सब कुछ माफ है
देख मेरे सीने में जागी है उमंग
देख मेरे सीने में जागी है उमंग
चिटकनी लगा दी आ के बैठ मेरे संग
चिटकनी लगा दी आ के बैठ मेरे संग
लेंगे प्यार का आनंद लेंगे प्यार का आनंद

मैं औरत तू आदमी मोहब्बत है लाज़मी
मैं हूँ परेशान मुझे मत कर तंग
अरे दिल रजामंद करे तुझको पसंद
भला कर मेरा मेरे बली बजरंग
भला कर मेरा मेरे बली बजरंग
मेरे बली बजरंग मेरे बली बजरंग
जय हो बली बजरंग मेरे बली बजरंग
………………………………………………….
Main aurat too aadmi-Honeymoon 1992

Artists: Rishi Kapoor, Ashwini Bhave

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Mar 17, 2020

तुझसे मुझे प्यार-गीत १९९२

गीत संगीत जीवन का उमंग है उल्लास है. किसी भी
रूप में हो मन को आनंदित करता है. चाहे मुंह से हो
या नाक से हो, हर प्रकार के गायन के अपने मुरीद हैं.

गीत में सेक्सोफोन का सुन्दर प्रयोग हुआ है. शांत सा
गीत है. इन्दीवर के बोल हैं और बप्पी लहरी का संगीत.
इसे अलका याग्निक और कुमार सानू ने गाया है.



गीत के बोल:

तुझसे मुझे प्यार था प्यार है प्यार है
तेरे लिए दिल मेरा कबसे बेकरार है
हाँ तुझसे मुझे प्यार था प्यार है प्यार है
तेरे लिए दिल मेरा कबसे बेकरार है
मैं तेरी तू मेरा
तू मेरी मैं तेरा

प्यार से मुझे देखो ना सनम
मर जायेंगे खा के कसम
हो प्यार से मुझे देखो ना सनम
मर जायेंगे खा के कसम
मरने की बातें ना कर
मिलने के दिन अब तो आये हैं
जिनके लिए दिल मेरा कब से बेक़रार है
मैं तेरी तू मेरा

तुझसे मुझे प्यार था प्यार है प्यार है
तेरे लिए दिल मेरा कब से बेकरार है
तू मेरी मैं तेरा

छोड़ो ये शर्म आँखें न चुरा
बाहों में तो आ गले से लगा
हो छोड़ो ये शर्म आँखें न चुरा
बाहों में तो आ गले से लगा
मिल के ना अब हों जुदा
एक दूजे में यूँ खो जाएँ हम
इसके लिए दिल मेरा कब से बेकरार है
तू मेरी मैं तेरा

तुझसे मुझे प्यार था प्यार है प्यार है
हाँ तेरे लिए दिल मेरा कब से बेकरार है
मैं तेरी तू मेरा
तू मेरी मैं तेरा
………………………………………………
Tujhse mujhe pyar hai-Geet 1992

Artists: Avinash Wadhwan, Divya Bharti

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Mar 2, 2020

जो दिल से निकले वो है-गीत १९९२

दिल की भाषा अक्सर गीतों की शक्ल में बयां होती
है. इसमें लॉजिक से ज्यादा भावना ऊपर रहती है.

कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता, और, एक
अच्छी धुन को बेहतर गायक नहीं मिलता या बेहतर
गायक को अच्छी धुन नहीं मिलती. ये सब मिसमैच
चलता रहेगा और हम सुनते रहेंगे फ़िल्मी गीत. बोलो
बाबाजी के उल्लू की जय.

इन्दीवर के बोल हैं और बप्पी लहरी का संगीत. इसे
अलका याग्निक से गवाया गाया है.





गीत के बोल:

जो दिल से निकले वो है गीत
सुन के दिल पिघले वो है गीत
जो दिल को छू ले वो है गीत
जिसको दिल न भूले वो है गीत
जो दिल से निकले वो है गीत
सुन के दिल पिघले वो है गीत
जो दिल को छू ले वो है गीत
जिसको दिल न भूले वो है गीत

जब स्वर और सुर का हो संगम
छंदों के साथ मिले सरगम
आ आ आ आ आ आ आ आ
जब स्वर और सुर का हो संगम
छंदों के साथ मिले सरगम
पतझड़ में बहारें झूम उठें
वो सावन बरसे बिन मौसम
फूलों में खिले जो वो है गीत
रिमझिम में झरे वो है गीत

जो दिल से निकले वो है गीत
सुन के दिल पिघले वो है गीत
जो दिल को छू ले वो है गीत
जिसको दिल न भूले वो है गीत
जो दिल से निकले वो है गीत
यादों में जो दिन रात पले
जो तन्हाई में साथ चले
आ आ आ आ आ आ आ आ
यादों में जो दिन रात पले
जो तन्हाई में साथ चले
जब दर्द गुजार जाए हद से
होंठों पे तरन्नुम बन के खिले
धड़कन में जो चले वो है गीत
साँसों में पले वो है गीत

जो दिल से निकले वो है गीत
सुन के दिल पिघले वो है गीत
जो दिल को छू ले वो है गीत
जिसको दिल न भूले वो है गीत
जो दिल से निकले वो है गीत
………………………………………..
Jo dil se nikle wo hai-Geet 1992

Artist: Divya Bharti

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Feb 16, 2020

तेरे सुर में मैं गाऊँ-गीत १९९२

सन १९९२ की फिल्म गीत से अगला गीत सुनते
हैं जिसे अलका याग्निक और देवाशीष दासगुप्ता ने
गाया है. इन्दीवर की रचना है और बप्पी लहरी का
संगीत.

अविनाश वाधवान और दिव्या भारती अभिनीत ये
फिल्म एक सोफ्ट लव स्टोरी है जिसके २-३ गीत
लोकप्रिय हुए थे अपने समय में.



गीत के बोल:

तेरे सुर में मैं गाऊँ
तेरी धुन में मैं नाचूं
आ ज़रा नये तू ले कर गीत
प्यार की हो गयी जीत
ओ मेरे मन के मीत
प्यार की हो गयी जीत

तेरे सुर में मैं गाऊँ
तेरी धुन में मैं नाचूं
आ गया नये दो ले कर गीत
प्यार की हो गयी जीत
ओ मेरे मन के मीत
प्यार की हो गयी जीत

तेरे सुर में मैं गाऊँ
तेरी धुन में मैं नाचूं

मिली दिल को नई धडकन
मिला मुझको नया जीवन
नाचे धरती नाचे अम्बर
नाचे आँगन नाचे तन मन
मिली दिल को नई धडकन
मिला मुझको नया जीवन
नाचे धरती नाचे अम्बर
नाचे आँगन नाचे तन मन
आ गया नये दो ले कर गीत
प्यार की हो गयी जीत
ओ मेरे मन के मीत
प्यार की हो गयी जीत

तेरे सुर में मैं गाऊँ
तेरी धुन में मैं नाचूं

………………………………………………
Tere sur mein main gaoon-Geet 1992

Artists: Avinash Wadhwan, Divya Bharti

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Feb 15, 2020

आज हम तुम ओ सनम-साथी १९९२

फिल्म के गीतों के लिए संगीतकार अलग अलग गायकों
को क्यूँ चुनता है इसके पीछे काफी सारे कारण होते हैं.
एक कारण ये भी है कि संगीतकार की पसंद की जगह
किसी और की पसंद काम कर रही होती है.

फिल्म में दो नायक हों तो अलग अलग आवाज़ ली जाती
है दोनों के गानों के लिए. इकॉनोमी पैक में एक ही गायक
से काम चला लिया जाता है. ज्यादा ही पैसे की तंगी हो
तो संगीतकार खुद ही गा लिया करता है.




गीत के बोल:

आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
मैं तेरे दिल में रहूं
मैं तेरे दिल में रहूं तू मेरे दिल में रहे
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
मैं तेरे दिल में रहूं
मैं तेरे दिल में रहूं तू मेरे दिल में रहे
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें

हम तेरी आँखों में ऐसे खो जायेंगे
हो हम तेरी आँखों में ऐसे खो जायेंगे
दुनिया वालों को ना हम नज़र आयेंगे
दुनिया वालों को ना हम नज़र आयेंगे
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
हो आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें

चाँदनी रातों में जब याद आती है
हो चाँदनी रातों में जब याद आती है
तेरे दीवाने को कितना तड़पाती है
तेरे दीवाने को कितना तड़पाती है

आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
मैं तेरे दिल में रहूं
मैं तेरे दिल में रहूं तू मेरे दिल में रहे
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
आज हम तुम ओ सनम मिल के ये वादा करें
………………………………………………………….
Aaj ham tum o sanam-Sathi 1991

Artists: Mohsin Khan, Varsha Usgaonkar

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Dec 17, 2019

प्रेम पत्र आया है-गीत १९९२

सुनते हैं फिल्म गीत से एक गीत जो उस ज़माने
का है जब चिट्ठी और पत्र आया करते थे. अब तो
स्मार्ट फोन के मेसेंजर से ही सब कुछ हो जाता है.

आशिकी और सड़क फिल्मों के हित होने के बाद
कुमार सानू की पौ-बारह हो गयी और उन्हें हिंदी
सिनेमा जगत में चारों ओर काम मिलने लगा.
स्थापित और पुरानी पीढ़ी के संगीतकार भी उनसे
गीत गवाने लगे.

प्रस्तुत गीत इन्दीवर का लिखा हुआ है जिसकी धुन
तैयार की है बप्पी लहरी ने.

गीत में आपको साइक्लोस्टाईल मशीन देखने को
मिलेगी जो किसी ज़माने में फोटोकॉपी मशीन के
आने के पहले खूब इस्तेमाल होती थी.



गीत के बोल:

प्रेम पत्र आया है
हाँ प्रेम पत्र आया है उसने बुलाया है
जो न सोचा था कभी आज वो हो गया
आज वो हो गया
प्रेम पत्र आया है हाँ हाँ उसने बुलाया है
जो न सोचा था कभी आज वो हो गया
आज वो हो गया
प्रेम पत्र आया है हाँ हाँ उसने बुलाया है

ख़त में लिखा है जो क्या ये हक़ीकत है
क्या ये हक़ीकत है तुम्हें मुझसे मोहब्बत है
है तो जानेमन कभी ये जुबां से भी कह दो
कह दो ये कह दो मेरी हो हाँ तुम मेरी हो
अरे बाबा कह तो दिया
जो न सोचा था कभी आज वो हो गया
आज वो हो गया
प्रेम पत्र आया है हाँ हाँ उसने बुलाया है

अचानक ये हुआ कैसे मेरे दिल को हैरत है
क्या हैरत है
इनायत है तुम्हारी या मेहरबां मुझपे क़िस्मत है
तुम्हें क्या लगता है
हो तुम अपने तो सारा आलम अपना है
मैने देखा जो सच है या कोई सपना है
ये सच है सच है सच है
जो न सोचा था कभी आज वो हो गया
आज वो हो गया
प्रेम पत्र आया है हाँ उसने बुलाया है
जो न सोचा था कभी आज वो हो गया
आज वो हो गया
प्रेम पत्र आया है हाँ प्रेम पत्र आया है
हाँ हाँ प्रेम पत्र आया है
हाँ प्रेम पत्र आया है
प्रेम पत्र आया है प्रेम पत्र आया है
…………………………………………………….
Prem patra aaya hai-Geet 1992

Artists: Avinash Wadhwan, Divya Bharti

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Dec 16, 2019

ओ पिया ओ पिया-गीत १९९२

फिल्म हीरो के गाने लंबी जुदाई से अपने देश में प्रसिद्ध
हुई रेशमा की आवाज़ में कुछ ही फ़िल्मी गाने उपलब्ध हैं.
रेशमा एक ख्यात गायिका थीं

संगीत जगत में अपनी अलग छाप छोड़ने वाली रेशमा की
आवाज़ के दुनिया में लाखों मुरीद हैं.

यह इन्दीवर की रचना है और बप्पी लहरी का संगीत.




गीत के बोल:

ओ ओ ओ ओ ओ ओ पिया
हो पिया हो पिया
हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
खुद ही न चाहा तुमने मेरे पास आना
फ़ुरसत ना मिलने का किया है बहाना
हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
ओ पिया ओ पिया ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ पिया
हो पिया

तुमने किया था जीवन भर संग रहने का वादा
दो ही दिन में बदल लिया क्या अपना इरादा
तुमने किया था जीवन भर संग रहने का वादा
दो ही दिन में बदल लिया क्या अपना इरादा
कल था दीवाना जो आज है बेगाना
फ़ुरसत न मिलने का किया है बहाना
हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
हो ओ ओ ओ ओ ओ पिया हो पिया हो पिया

मेरे लिए मर मिटने को तैयार रहते थे
मुझसे पल पल प्यार का तुम इकरार करते थे
मेरे लिए मर मिटने को तैयार रहते थे
मुझसे पल पल प्यार का तुम इकरार करते थे
तोड़ क्यों दिया दिखा के सपना सुहाना
फ़ुरसत न मिलने का किया है बहाना

हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
खुद ही न चाहा तुमने मेरे पास आना
फ़ुरसत ना मिलने का किया है बहाना
हुआ क्या कसूर मुझसे रहते हो दूर मुझसे
ओ पिया ओ पिया
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ पिया हो ओ पिया
ओ ओ ओ ओ ओ पिया हो पिया हो ओ पिया
…………………………………………………
O piya hua kya kasoor-Geet 1992

Artist: Divya Bharti

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जो सच्चे प्रेमी हैं-जीना मरना तेरे संग १९९२

९० के दशक से ही एक और एल्बम ऐसा है जिसके
अधिकाँश गाने हिट हुए और लोकप्रिय हुए थे. इनमें
से अधिकाँश आप सुन चुके हैं इधर.

जीना मरना तेरे संग से अगला गाना सुनते हैं जिसे
अनुराधा पौडवाल और मोहम्मद अज़ीज़ ने गाया है.
समीर के बोल हैं और दिलीप सेन समीर सेन का
संगीत.

इस गाने का विपिन सचदेवा वाला तर्जुमा भी मैंने
सुना है. पता नहीं कब कौन से और तर्जुमा प्रकट
हो जाए किस गीत का कहा नहीं जा सकता.



गीत के बोल:

जो सच्चे प्रेमी हैं किसी से डर नहीं सकते
डर नहीं सकते
जो प्यार करते हैं वो कभी मर नहीं सकते
मर नहीं सकते
हम प्यार करने वाले हर बार कसम लेंगे
जी जी के मरेंगे हम मर मर के जनम लेंगे
जो सच्चे प्रेमी हैं किसी से डर नहीं सकते
डर नहीं सकते
जो प्यार करते हैं वो कभी मर नहीं सकते
मर नहीं सकते
हम प्यार करने वाले हर बार कसम लेंगे
जी जी के मरेंगे हम मर मर के जनम लेंगे
जो सच्चे प्रेमी हैं किसी से डर नहीं सकते
डर नहीं सकते

हमें साथ जीना हमें साथ मरना
हमें साथ जीना हमें साथ मरना
नहीं डर ख़ुदा का दुनिया से क्या है डरना
प्यार ही है ख़ुदा प्यार ईमान है
प्यार से प्रेमियों की पहचान है
इस पहचान की रुसवाई ओ ओ ओ
इस पहचान की रुसवाई प्रेमी कर नहीं सकते
जो प्यार करते हैं वो कभी मर नहीं सकते
मर नहीं सकते
हम प्यार करने वाले हर बार कसम लेंगे
जी जी के मरेंगे हम मर मर के जनम लेंगे
जो सच्चे प्रेमी हैं किसी से डर नहीं सकते
डर नहीं सकते

प्रेमी जंग प्यार वाली हार नहीं सकते
लोग सच्चे आशिक़ों को मार नहीं सकते
प्रेमी जंग प्यार वाली हार नहीं सकते
लोग सच्चे आशिक़ों को मार नहीं सकते
प्यार की लौ ना दुश्मन बुझा पायेंगे
नाम चाहत का वो ना मिटा पायेंगे
कट जाते हैं आशिक़ ओ ओ ओ
कट जाते हैं आशिक़ झुका वो सर नहीं सकते
जो प्यार करते हैं वो कभी मर नहीं सकते
मर नहीं सकते
हम प्यार करने वाले हर बार कसम लेंगे
जी जी के मरेंगे हम मर मर के जनम लेंगे
जो सच्चे प्रेमी हैं किसी से डर नहीं सकते
डर नहीं सकते

हमारे प्यार के दुश्मन अगर नज़दीक आयेंगे
हमारे प्यार की चिंगारियों से जल वो जायेंगे
मुहब्बत मिट नहीं सकती कभी दुनिया की नफ़रत से
ख़ुदा का नाम चलता है तो इक नाम-ए-मोहब्बत से
……………………………………………..
Jo sachche premi hain-Jeena marna tere sang 1992

Artists: Sanjay Dutt, Raveena Tandon

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Dec 1, 2019

सोचेंगे तुम्हें प्यार करे के नहीं-दीवाना १९९२

समय बदलता है और उसके साथ ना जाने क्या क्या बदल
जाता है और हमें चाहे अनचाहे स्वीकार करना ही पड़ता है.
उसके सिवा कोई चारा-खली-चूनी-घास भी तो नहीं है. अब
एक ज़माना था जब एक ब्रांड की चाय बढ़िया किस्म की
आया करती थी, जबसे उसके विज्ञापन में तबला सारंगी वाले
दिखने लगे, चाय की क्वालिटी का तबला सारंगी बज गया.
अब क्या किया जाए, चाय तो पीनी ही है.

ऋषि कपूर के लिए किसी ज़माने में हमने किशोर कुमार के
गाये गीत सुने. नया दौर आया तो कुमार सानू के गाये गीत
भी सुने. हालांकि फिल्म चांदनी और साहिबां में संगीतकार
ने जॉली मुखर्जी की आवाज़ भी प्रयोग की ऋषि के लिए.
गौरतलब है दोनों फिल्मों के संगीतकार शिव-हरि हैं. इसका
जवाब वे ही दे सकते हैं कि उनके चयन के पीछे वजह क्या
रही. सितमगर फिल्म १९८५ में आई और चांदनी सन १९८९
में. किशोर कुमार सन १९८९ में मौजूद नहीं थे. सन १९९२
की फिल्म हनीमून के लिए आनंद मिलिंद ने दो आवाजों
का प्रयोग किया है-उदित नारायण और सुरेश वाडकर.

समीर का लिखा गीत सुनते हैं जिसकी धुन नदीम श्रवण ने
बनाई है. ये कुमार सानू के हिट गीतों में से एक है.




गीत के बोल:

बोल पक रहे हैं थोडा इंतज़ार कीजिये
.......................................................
Sochenge tukhen pyar karen ke nahin-Deewana 1992

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Nov 26, 2019

हवा सर्द है-बोल राधा बोल १९९२

पिछले गीत में हवा सर्द सर्द थी तो इस गीत में एक
बार सर्द है.

फिल्मे के कथानक में नायक का डबल रोल है. ये दूसरा
वाला है जिसको नायिका दारू पिला पिला के टल्ली कर
रही है और बेवकूफ बना रही है.

गीत समीर का है और संगीत आनंद मिलिंद का. इसे
गाया है अभिजीत और कविता कृष्णमूर्ति ने. फिल्मों में
अगर आपने एक बात पर गौर किया हो कभी-हीरो को
सर्दी ज्यादा लगा करती है हीरोईन के बजाये. ये हीरो
मोटे मोटे जैकेट पहन लेते हैं मगर नायिकायें सामान्य
कपड़ों में ही ज्यादा नज़र आती हैं.



गीत के बोल:

हवा सर्द है खिडकी बंद कर लो
हवा सर्द है खिडकी बंद कर लो
बंद कमरे में
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो

पास बैठो
ओ पास बैठो ज़रा बातें चंद कर लो
पास बैठो ज़रा बातें चंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो

सुरमई घटा शबनमी समां
दिल में प्यास है धडकनें जवां
सुरमई घटा शबनमी समां
दिल में प्यास है धडकनें जवां

ऐसे में हम भला अब दूर क्यूँ रहें
मिल के जुदाई का ये दर्द क्यूँ सहें
छू के गुलाबी लबों से
छाने लगा है नशा
बाहों में आ के तेरी
क्यूँ आने लगा है मज़ा
अपनी निगाहों में नज़रबंद कर लो

पास बैठो ज़रा बातें चंद कर लो
पास बैठो ज़रा बातें चंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो

सिर्फ हम यहाँ तीसरा नहीं
बीत जाए न वक्त ये हसीं
सिर्फ हम यहाँ तीसरा नहीं
बीत जाए न वक्त ये हसीं
दूरी नहीं कोई दोनों के दरमियां
किस्मत से है मिला ये मौका दिलरुबा
ये मेरे दिल की सदा
हाय मुझको गले से लगा
साँसों में तुझको बसा लूं
आ मेरी बाहों में आ
हुस्न के जलवों को तुम पसंद कर लो

हवा सर्द है खिडकी बंद कर लो
हवा सर्द है खिडकी बंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो
हवा सर्द है खिडकी बंद कर लो
हवा सर्द है खिडकी बंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो
बंद कमरे में चाहत बुलंद कर लो
…………………………………………………
Hawaa sard hai khidki-Bol Radha bol 1992

Artists: Rishi Kapoor,  Juhi Chawla

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Oct 14, 2019

यूँ ना देखो तस्वीर बन के-हनीमून १९९२

साल भर में फ़िल्में इतनी बन जाती हैं कि दर्शक
भी असमंजस में होता है क्या देखे और क्या ना देखे.
सन १९९२ की फिल्म है हनीमून जिसमें ऋषि कपूर
अश्विनी भावे और वर्षा उसगांवकर जैसे कलाकार हैं.

फिल्म शायद आपने ना देखी हो और नाम भी शायद
ना सुना हो मगर इसमें कुछ कर्णप्रिय गीत हैं.

ऋषि कपूर की सन १९९२ में आई फिल्मों में से एक
दीवाना ज़रूर काफी चर्चित रही जिसमें एक उदयीमान
कलाकार शाहरुख खान हैं. 

सुनते हैं इस फिल्म से गीत जिसे गाया सुरेश वाडकर
और अनुराधा पौडवाल ने. गीत लिखा है मजरूह ने.
निवेदन का दोनों पक्षों का अलग अंदाज़ है उस पर
गौर कीजिये. हनीमून मनाने वाले इस गीत के ज़रिये
भावनाओं के इज़हार की प्रेक्टिस कर सकते हैं.



गीत के बोल:

यूँ ना देखो तस्वीर बन के
हंस दो मेरी तकदीर बन के
यूँ ना देखो तस्वीर बन के
हंस दो मेरी तकदीर बन के
के जनम तरस तरस के इस एक पल का
मैंने किया है इंतज़ार
खो जाएँ हम यूँ आज मिल के
शिकवे सारे मिट जाएँ दिल के
खो जाएँ हम यूँ आज मिल के
शिकवे सारे मिट जाएँ दिल के
के जानम तड़प तड़प के इस एक पल का
मैंने किया है इंतज़ार
यूँ ना देखो तस्वीर बन के
हंस दो मेरी तकदीर बन के

हो क्या क्या तमन्ना है दीवाने मन की
चुन डालूँ सारी कलियाँ बदन की
हाय क्या क्या तमन्ना है दीवाने मन की
चुन डालूँ सारी कलियाँ बदन की
इन होंठों के रस में डुबो दे मुझे
मिलन के सुन्दर वन में खो दे मुझे
के जानम तरस तरस के इस एक पल का
मैंने किया है इंतज़ार
खो जाएँ हम यूँ आज मिल के
शिकवे सारे मिट जाएँ दिल के

आज से सारे परदे हटा दे
बाहों की लहरों में मुझको बहा दे
हो आज से सारे परदे हटा दे
बाहों की लहरों में मुझको बहा दे
मोहब्बत मोहब्बत से ऐसे मिले
ये मैं हूँ के तू कुछ पता ना चले
के जानम तड़प तड़प के इस एक पल का
मैंने किया है इंतज़ार
..........................................................
Yun na dekho tasveer ban ke-Honeymoon 1992

Artists: Rishi Kapoor, Varsha Usgaonkar

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Oct 12, 2019

घंटी बजाये गुलफ़ाम-हनीमून १९९२

घंटा घड़ियाल हिट्स के अंतर्गत सुनते हैं एक गीत फिल्म
हनीमून से. ये सन १९९२ वाला हनीमून है. जिस फिल्म में
दो या अधिक नायिकाएं होतीं तो पब्लिक कहती नायक की
पाँचों उँगलियाँ घी में.

सुनते हैं फिल्म से अगला गीत जिसे लिखा है एम् जी हशमत
ने और धुन तैयार की है आनंद मिलिंद ने. सपना मुखर्जी,
जॉली मुखर्जी और सुदेश भोंसले ने इसे गाया है.



गीत के बोल:

घंटी बजाये गुलफ़ाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम
घंटी बजाये गुलफ़ाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम
मैं भी हूँ तुम भी हो तुम भी हो और मैं भी हूँ
मिल के गुजारेंगे शाम
घंटी बजाये गुलफाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम
घंटी बजाये गुलफाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम

आ जा तुझको जन्नत दिखाऊंगी
आ जा आ जा
अरे आ जा तुझको जन्नत दिखाऊंगी
दिल तेरा बहलाऊंगी
नरम नाज़ुक उँगलियों से
तन बदन सहलाऊंगी
शरबत पिलाऊंगी किशमिश खिलाऊँगी
ठुमका लगाऊंगी नाचूंगी गाऊंगी
फूलों पे सुला के दूँगी मैं तुझे आराम
घंटी बजाये गुलफाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम
घंटी बजाये गुलफाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम

आया हूँ मैं महफ़िल में तेरी
आ जा आ जा
अरे आया हूँ मैं महफ़िल में तेरी लौट के ना जाऊँगा
जितने फल हैं पास तेरे सब के सब मैं खाऊंगा
अंगूर भी हैं खजूर भी हैं अनार भी हैं गुलनार भी है
होंठों से चबा ले ये है हुस्न दीवाना
घंटी बजाये गुलफ़ाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम
घंटी बजाये गुलफ़ाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम

मैं जन्नत के बाग में आ कर खाता था अंगूर
कहाँ से आ गया लंगूर
आपका ये अंगूर खाना मुझको नामंजूर
मैं तो रोकूँगा हुज़ूर
मीठा नहीं खट्टा नहीं ज्यादा खाना अच्छा नहीं
अरे रोक मत टोक मत जानता हूँ बच्चा नहीं
मक्खन ना मलाई नहीं कोई चिकनाई नहीं
तेरे नसीब में कोई भी मिठाई नहीं
मुझको तो मीठा चाहिए साथ में नमकीन भी
दौलत के साथ चाहिए दावतें रंगीन भी
तू जी भर के खा ले ये हैं मीठे मीठे आम
घंटी बजाये गुलफ़ाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम
घंटी बजाये गुलफ़ाम मेरे होंठों के जाम तेरे नाम

तुम हो बीबी उस जहाँ की इस जगह क्यों आई हो
तेरा मेरा नाता टूटा लगती मुझे परायी हो
अरे तुम हो बीबी उस जहाँ की इस जगह क्यों आई हो
तेरा मेरा नाता टूटा लगती मुझे परायी हो
डर मत अपनी बीबी से तू ऐश कर खुले आम

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Ghanti bajaye gulfam-Honeymoon 1992

Artists: Kadar Khan, Varsha Usgaonkar, Shakti Kapoor, Bindu

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Aug 29, 2019

वैसे तो ज़माने में-बेवफा से वफ़ा १९९२

अगर किसी फिल्म के नाम में ये शब्द आते हैं-सौतन, बेवफा
इत्यादि तो जनता कयास लगा लेती थी-सावन कुमार की फिल्म
है. आज के समय में तो ये भी मालूम करना मुश्किल होता है
कि फिल्म बनाने वाला एन आर आई है या एन आर ए है.
(NRA-Non resident American)

सावन कुमार भी समय के साथ चलने वाले फिल्मकार रहे हैं.
सन १९९२ की फिल्म में उन्होने विवेक मुशरान और नगमा को
बतौर हीरो हीरोईन लिया. फिल्म के निर्माता भी वही हैं. ऐसा
साहस करने वाले फिल्म मेकर कम हुए हैं फिल्म जगत में
जिनका निर्माण और निर्देशन दोनों पर बराबर का दखल रहा
हो.

गीत सावन कुमार ने लिखा है और धुन बनाई है उषा खन्ना
ने. गीत गाया है आशा भोंसले ने. सावन कुमार अपने गीतों
में सावन शब्द डालने के लिए प्रसिद्ध रहे हैं मगर इस गीत
में वो शब्द नहीं है.

गीत नगमा की कुची-कू से शुरू होता है, अब ये निर्देशक ने
करने को बोला या नायिका ने अपने मन से किया मालूम नहीं.
विवेक मुशरान भी एक मासूम से हीरो हुए हैं. सीधे साधे से
दिखने वाले और आकर्षक हंसी के स्वामी विवेक ९० के दशक
के बाद फिल्मों में नहीं दिखाई दिए.



गीत के बोल:

वैसे तो ज़माने में बड़े लोग मिले हैं
वैसे तो ज़माने में बड़े लोग मिले हैं
बस प्यार के काबिल तो जी हमें आप मिले हैं
बस प्यार के काबिल तो जी हमें आप मिले हैं
वैसे तो ज़माने में बड़े लोग मिले हैं

दिल के दरवाज़े पर दस्तक तो कई बार हुई
दिल के दरवाज़े पर दस्तक तो कई बार हुई
दिल-ए-नादान दिल मेहमान जी हमें आप मिले हैं
बस प्यार के काबिल तो जी हमें आप मिले हैं
वैसे तो ज़माने में बड़े लोग मिले हैं

दिल की हसरत है सितारों से कोई मांग भरे
दिल की हसरत है सितारों से कोई मांग भरे
ऐसे साजन तो हज़ारों में जी हमें आप मिले हैं
बस प्यार के काबिल तो जी हमें आप मिले हैं
वैसे तो ज़माने में बड़े लोग मिले हैं
बस प्यार के काबिल तो जी हमें आप मिले हैं
बस प्यार के काबिल तो जी हमें आप मिले हैं
जी हमें आप मिले हैं
हाँ हमें आप मिले हैं
जी हमें बाप मिले हैं
जी हमें आप मिले हैं
.................................................................
Waise to zamane mein-Bewafa se wafa 1992

Artists: Nagma, Vivek Mushran

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Aug 11, 2019

आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल-हनीमून १९९२

फिल्म हनीमून से अगला गीत सुनते हैं. इसे गाया है अमित कुमार
और अनुराधा पौडवाल ने.

आधा आधी शब्दों वाले कुछ गीत हम आपको सुनवा चुके हैं इस
ब्लॉग पर. इस गीत को मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखा है और इसकी
तर्ज़ बनाई है आनंद मिलिंद ने.

आनंद मिलिंद को धन्यवाद. उनकी चित परिचित टूं टां के बीच
भी लव स्टोरी के गीत-कैसा तेरा प्यार कैसा गुस्सा है तेरा की
याद आ जाती है. दोनों गीतों में अमित कुमार एक कॉमन फेक्टर
हैं. बस गायिकाएं बदल गई हैं.



गीत के बोल:

आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल
मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल
हो आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
हो मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल
मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल

शुकर करो जो बिना हमारे
कभी ना पूरे होते तुम
शुकर करो जो बिना हमारे
कभी ना पूरे होते तुम
तो ये भी सच है मेरे बिना भी
सदा अधूरे होते तुम
हूँ अकेली काफी जाऊं जिस महफ़िल में
होगी तन्हा फिर भी तुम हर एक मंजिल में
तन्हा कब हूँ मैं जब साथ है मेरी मंजिल

आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
हो मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल
मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल

दबी है दिल में जो बात कह दूं
कहो तो हँसते हँसते मैं
दबी है दिल में जो बात कह दूं
कहो तो हँसते हँसते मैं
अरे रे तुम तो बिसर रहे हो
अभी से आधे रस्ते में
क्या करून आशिक हूँ हो गाया बेकाबू
वाह रे नन्हे मुन्ने वाह रे भोले बाबू
प्यार है तुम्हारा वरना हूँ मैं किस काबिल

आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
आधा तेरा दिल आधा मेरा दिल
मिल के हुआ एक दिल
मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल
मिल के जुदा होना मेरी जान
अब है बहुत मुश्किल
……………………………………………………….
Aadha tera dil-Honeymoon 1992

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Aug 10, 2019

तू नींदों की रानी और मैं-हनीमून १९९२

एक और कर्णप्रिय युगल गीत सुनते हैं ९० के दशक से. इस
में आपको चॉकलेटी हीरो ऋषि कपूर और अश्विनी भावे दिखाई
देंगे.

गीत जिन शब्दों से शुरू होता है उससे एकबारगी ऐसा लगता
है मानो फिल्म की नायिका को सोने का शौक है. नींदों की
रानी से हम और क्या मतलब निकल सकते हैं.

प्रणय और प्रेम की बात की जाए तो ९५ प्रतिशत मामलों में
महिलाएं पुरुष पर बीस इक्कीस ही साबित होती है. इस गीत
में दूसरे अंतरे से नायिका के भावों में जो इम्प्रूवाईजेशन होता
है वो देखने लायक है. आज की अभिनेत्रियां इसे क्लिप से
कुछ सीख सकती हैं.

गीत  लिखा है वर्मा मालिक ने और इसे उदित नारायण संग
अनुराधा पौडवाल ने गाया है. संगीतकार हैं आनंद मिलिंद.





गीत के बोल:

तू नींदों की रानी और मैं प्यार का सपना
छोड़ के मुझको जाना ना मेरा जी नहीं लगना
तू नींदों की रानी और मैं प्यार का सपना
छोड़ के मुझको जाना ना मेरा जी नहीं लगना
कभी जुदा नहीं हो सकता नींदों से सपना
दुनिया अपनी लगती जब तू हो गया अपना

तेरी कोमल जवानी को कहीं मेरी नज़र ना लगे
तेरी कोमल जवानी को कहीं मेरी नज़र ना लगे
मेरी दुआ है लाखों बरस तू
सोलह बरस की रहे
होता रहेगा जनम जनम यूँ ही मिलन ये अपना
दुनिया अपनी लगती जब तू हो गया अपना
तू नींदों की रानी और मैं प्यार का सपना

ये बरखा ये रिमझिम रिमझिम
और ये साथ तुम्हारा
ये बरखा ये रिमझिम रिमझिम
और ये साथ तुम्हारा
खुशी से बढ़ गयी धडकन मेरी
हो गया दिल आवारा
गले लगा के देख ज़रा मेरे दिल का धडकना
छोड़ के मुझको जाना ना मेरा जी नहीं लगना
हो कभी जुदा नहीं हो सकता नींदों से सपना

बोलो तो in gori गोरी baahon pe सो jaaoon
bolo to इन गोरी gori बाहों पे so जाऊं
तेरे naino की nagri में sajna मैं kho जाऊं
mere प्यार ke हाथ ko तुम zara प्यार se रखना
दुनिया अपनी लगती जब तू हो गया अपना

तू नींदों की रानी और मैं प्यार का सपना
छोड़ के मुझको जाना ना मेरा जी नहीं लगना
………………………………………………………………..
Too neendon ki rani-Honeymoon 1992

Artists: Ashwini Bhave, Rishi Kapoor

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Aug 30, 2018

मैं हूँ गांव की गोरी-बोल राधा बोल १९९२

गानों के कॉमबिनेशन पसंद आने के पीछे क्या वजह होती
है. हर एक की अलग अलग, है ना. मुझे कुमार सानू और
अलका याग्निक वाले ड्वेट सोंग के बजाये सानू और पूर्णिमा
वाले ज्यादा पसंद हैं.

फिल्म बोल राधा बोल से ऋषि कपूर और जूही चावला पर
फिल्माया गया गीत सुनते हैं जिसमें गांव की गोरी को शहर
का बाबू पढ़ना लिखना सिखा रहा है. ये लिखने पढाने का
अंदाज़ सदैव रोमांटिक होता है जिसे देख दर्शक अपने नाखून
कुतरना शुरू कर देता है. पठन पाठन की क्रिया का अतिरेक
आपको विलायती फिल्मों में मिलेगा.

समीर का गीत है और आनंद मिलिंद का संगीत. इस गाने
को श्रेणी बनाने वाले प्यार से ए बी सी डी सॉंग कहते हैं.



गीत के बोल:

मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू

बैठ यहाँ मेरी रानी मैं तुझको आज पढ़ा दूँ
ए बी सी डी ई एफ़ जी एच तुझको आज सिखा दूँ
पढ़ा लिखा के तुमको आ मैं अप टू डेट बना दूँ

मैं हूँ गांव की
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू

मटक मटक के लचक लचक के यूँ न चल दिल जानी
रंग बदलना सीख ले चलना लड़की हिन्दुस्तानी
हाँ मटक मटक के लचक लचक के यूँ न चल दिल जानी
रंग बदलना सीख ले चलना लड़की हिन्दुस्तानी
मैं हूँ लड़की
रे मैं हूँ लड़की अनाड़ी ओ रंगीले शहरी
ज़रा मुझको भी चलना बता दे तू

मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू

मुझे पकड़ के मुझे जकड़ के कैसा पाठ पढ़ाये
कभी इधर से कभी उधर से तू क्यों हाथ लगाये
अरे रे रे रे मुझे पकड़ के मुझे जकड़ के कैसा पाठ पढ़ाये
हाँ कभी इधर से कभी उधर से तू क्यूं हाथ लगाये
मैं दीवाना
मैं दीवाना तेरा तू दीवानी है मेरी
आ तुझे प्यार करना सिखा दूँ मैं
मैं दीवाना तेरा तू दीवानी है मेरी
आ तुझे प्यार करना सिखा दूँ मैं

बैठ यहाँ परदेसी क्या सीखा तुझे बता दूँ
ए बी सी डी ई एफ़ जी एच पढ़ के मैं सुना दूँ
तुझे दीवाने आज मैं बन के अप टू डेट दिखा दूँ

तू गांव की गोरी
तू गांव की गोरी मैं हूँ रंग लहरी
आ तुझे आज पढ़ना सिखा दूँ मैं
तू गांव की गोरी मैं हूँ रंग लहरी
आ तुझे आज पढ़ना सिखा दूँ मैं
………………………………………………………….
Main hoon gaon ki gori-Bol Radha Bol 1992

Artists: Juhi Chawla, Rishi Kapoor

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Aug 24, 2018

कोयल सी तेरी बोली-बेटा १९९२

नज़रिए नज़रिए का फर्क है. जो चीज़ किसी एक
को सुन्दर नज़र आती है वो किसी और को कुछ
और नज़र आती है. कोयल की आवाज़ किसी को
कर्कश सुनाई देती है. ये तो फिल्म की कहानी का
हाल बतला रहे हैं हम आपको. गनीमत है गीत
में कोयल जैसी सुन्दर नहीं बतलाया गया है.

नायक और नायिका एक दूसरे को पसंद करेंगे
ही. ये कोई आर्ट फिल्म तो है नहीं कि विरोधाभास
खड़ा हो. ये कमर्शियल सिनेमा है और दर्शक वो
देखने चाहता है जो उसे वास्तविक जीवन में देखना
नसीब नहीं होता. गांव के परिवेश में पले बढे और
जिसकी पढ़ाई जबरन छुड़ाई जा चुकी हो, एक
युवक के मुखारविंद से ऐसी उपमाएँ निकलना कुछ
ज्यादा नहीं लगता आपको.

ये गीत मधुर है और हमें क्या लेना देना विलन पर
फिल्माया गया है या हीरो पर. अब ये पुराने ज़माने
की मिलन फिल्म तो है नहीं जिसमें शोर को सोर
बोला गया था. ज्यादा लिखूंगा तो आप ये गीत
सुनना बंद कर देंगे इसलिए इधरिच फुलस्टॉप.

समीर हैं गीतकार, आनंद मिलिंद संगीतकार, गायक
हैं अनुराधा पौडवाल और उदित नारायण.



गीत के बोल:

कोयल सी तेरी बोली कू कु कु कु कु कु कु कु
सूरत है कितनी भोली कू कु कु कु कु कु कु कु
नैन तेरे कजरारे होंठ तेरे अंगारे
तुझे देख के दिल मेरा खोने लगा

बातों में तेरी सरगम छन छन छन छन छन
मन को लुभाये प्रीतम छन छन छन छन छन
रंग तेरा रंगीला तू है छैल छबीला
तुझे देख के कुछ मुझे होने लगा

यौवन की तू मलिका खिल के तेरा बदन महके
आऊं जो पास तेरे साँसों का चमन महके
अंगों से तेरे रस बरसे तेरे लिए जीवन तरसे
मेरे होश लिए जाते हैं कंवारे तेरे कंगना
तूने मुझे बेचैन किया तूने भी तो मेरा चैन लिया
बातों में तेरी सरगम

तूने मेरे तन को छुआ मन में हुई कोई हलचल
दिल मेरा डोल गया ऐसे उड़ा तेरा आँचल
प्रीत के रंग रंगाऊं चुनर नाम तेरे लिख दी है उमर
बनके मैं आऊंगी दुल्हन तेरे अंगना
तेरे मिलन की प्यास जगी कैसे कहूं क्या आग लगी
कोयल सी तेरी बोली
....................................................................
Koyal si teri boli-Beta 1992

Artists: Anil Kapoor, Madhuri Dixit

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