Aug 26, 2017

ये बहार कह रही है-गैर फ़िल्मी गीत १९८२

आज आपको सुनवाते हैं अपने ज़माने का एक लोकप्रिय गैर फ़िल्मी
युगल गीत. रघुनाथ सेठ ने इसका संगीत तैयार किया है.

दोनों गायकों ने गज़ल गायकी में अपना अलग ही मुकाम बनाया है.
गीत आकर्षक धुन में बंधा हुआ है.



गीत के बोल:

ये बहार कह रही है यही प्यार का समां
मेरी आरजू पुकारे ओ मेरे दिलरुबा कहां
यही चूमता पवन यही प्यार का समां
ये उमंग पूछती है तू मुझे ले चला कहां
ये बहार कह रही है

रात गाने लगी दिल मचलने लगा
प्यार की राह में मन बहकने लगा
रात गाने लगी दिल मचलने लगा
प्यार की राह में मन बहकने लगा
साँसों में तू है ख्वाबों में तू है
साँसों में तू है ख्वाबों में तू है
है अरमान जवान
ये बहार कह रही है यही प्यार का समां
मेरी आरजू पुकारे ओ मेरे दिलरुबा कहां
ये बहार कह रही है यही प्यार का समां
मेरी आरजू पुकारे ओ मेरे दिलरुबा कहां
ये बहार कह रही है

चांदनी भीगी भीगी चाँद सोया हुआ
प्यार के स्वप्न में मैं भी खोया हुआ
चांदनी भीगी भीगी चाँद सोया हुआ
प्यार के स्वप्न में मैं भी खोया हुआ
जाने बहार तू है दिल का करार तू है
जाने बहार तू है दिल का करार तू है
मेरी उम्मीद जवान
यही चूमता पवन यही प्यार का समां
ये उमंग पूछती है तू मुझे ले चला कहां
ये बहार कह रही है

है तमन्ना यही साथ हम तुम रहें
बागों में प्यार के फूल खिलते रहें
है तमन्ना यही साथ हम तुम रहें
बागों में प्यार के फूल खिलते रहें
हरसू बहार हो प्यार ही प्यार हो
हरसू बहार हो प्यार ही प्यार हो
ऐसा बनायें जहां
यही चूमता पवन यही प्यार का समां
ये उमंग पूछती है तू मुझे ले चला कहां
ये बहार कह रही है यही प्यार का समां
मेरी आरजू पुकारे ओ मेरे दिलरुबा कहां
ये बहार कह रही है
………………………………………………………….
Ye bahar keh rahi hai-Non film song

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP