दिल का आलम(सानू)-आशिकी १९९०
में से ये है जो हम आज आपको सुनवायेंगे. गीतकार और
संगीतकार कभी कभी अचम्भे में पड़ जाते हैं जनता की
पसंद और प्रतिक्रिया पर. उनके अनुमान सब धरे के धरे
रह जाते हैं इस मामले में कि कौन सा गाना हिट होगा और
कौन सा नहीं.
मदन पाल के लिखे हुए गीत को गाया है कुमार सानू ने
नदीम श्रवण की तर्ज़ पर.
गीत के बोल:
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत
एक चेहरे ने बहुत प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत
एक चेहरे ने बहुत प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
वो मेरे सामने बैठी है मगर
उससे कुछ बात ना हो पाई है
मैं इशारा भी अगर करता हूँ
इस में हम दोनों की रुसवाई है
इस में हम दोनों की रुसवाई है
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत
एक चेहरे ने बहुत प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
वो तो होंठों से कुछ भी कहती नहीं
उसकी आँखों में एक कहानी है
उस कहानी में नाम है मेरा
मुझपे कुदरत की मेहरबानी है
मुझपे कुदरत की मेहरबानी है
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत
एक चेहरे ने बहुत प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम मैं क्या बताऊँ तुझे
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Dil ka aalam(Sanu)-Aashiqui 1990
Artists: Rahul Roy, Anu Agrawal
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