इसक तेरा – इसक २०१३
इश्क ही होना चाहिए. गीत नए गायक मोहित चौहान का
गाया हुआ है. नए सुनने वालों को शायद उनकी आवाज़ से
ये भ्रम हो जाता है जैसे आतिफ असलम गीत गा रहा हो.
यही खूबी है नयी पीढ़ी के गायकों की. सुनने वाला कन्फ्यूज
हो जाता है.
गीत फिल्माया गया है प्रतीक बब्बर और अमीरा दस्तूर पर.
गीत गाया है स्मिता जैन और मोहित चौहान ने. एक ही चीज़
अखरती है कि गायिका शब्द चबा चबा के गा रही है, उच्चारण
स्पष्ट नहीं है. एक दो जगह पर मोहित का उच्चारण भी ठीक
नहीं है. शायद रिहर्सल की कमी रह गयी इस गीत में.
गीत के बोल:
कुछ रेशमी है, कुछ खुरदुरा
अभी बह चला है, अभी है रुका
हाथ में है रेत सा इसक तेरा
हाथ में है रेत सा इसक तेरा
उस पार तू है, इस पार मैं
लगता है डूबूंगी इस बार मैं
जाने कहाँ है ले चला
इसक तेरा
जाने कहाँ है ले चला
इसक तेरा
तू मेरे मैं तेरे सामने जब तलक
ये ज़मीं ये फलक खूबसूरत लगे
किश्त में है मिली आज की ये खुशी
गिन रखे हैं मगर कल के लम्हें सभी
कुछ देर तुझको भी तक लूँगा मैं
पलकों के तारों में रख लूँगा मैं
है सुबह के ख़्वाब सा
इसक तेरा
कांच का रास्ता आसमान हो गया
हम चला ही किये
पर वहीँ रह गए
ख्वाब तिनके बने
आँखों में रह गए
फिर ....................
बस में कहाँ कहीं हालत हैं
गर्दिश में तारों के कुछ राज़ हैं
हुआ नहीं है बेवजह इसक तेरा
हाथ में है रेत सा इसक तेरा
उस पार तू है, इस पार मैं
लगता है डूबूंगा इस बार मैं
जाने कहाँ है ले चला इसक तेरा
हो बिन तेरे नाम के
जो कहे जो सुने
लफ्ज़ तो थे मगर मायने तंग थे
रग रग है खिल सी गयी इस जिस्म की
हाँ, रूह पे बरस गया इसक तेरा
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Isaaq tera-Isaaq 2013
Artists: Amyra Dastoor, Prateek Babbar