Oct 5, 2017

एक दो तीन चार पांच-वक्त की आवाज़ १९८८

वक्त की आवाज़ और वक्त की मार का पता नहीं चलता. वो सौ सुनार
की और एक लुहार की वाले अंदाज़ में आती है, जैसे ऊपर वाले की
लाठी. इसका अनुभव अधिकाँश करते हैं मगर अपने अहम के चलते
वे ऐसे अनुभव किसी से साझा नहीं करते.

सुनते हैं वक्त की आवाज़ से एक गीत. इन्दीवर का गीत है जिसे गाया
है सुदेश भोंसले ने अलीशा चिनाई के संग. मिथुन और श्रीदेवी पर ये
गीत फिल्माया गया है.

ये पोस्ट उन सभी छद्म पाठकों और पोस्ट चोरों को समर्पित है जो
हिंदी ब्लोगों पर चोरी कर कर के अपने अंग्रेजी के ब्लॉग और किताबें
रोशन कर रहे हैं. हिंदी ब्लॉग मतलब गरीब का घर. गरीबों के घर
पर डाका डालोगे तो गरीब की हाय भी लगेगी. हिंदी फिल्म देखने
वाले गरीब की हाय से तो वाकिफ होंगे ही.





गीत के बोल:

एक दो तीन चार पांच छ: सात आठ
एक दो तीन चार
प्यार चाहिए कितनी बार
पांच छ: सात आठ नौ दस
बस बस अरे बस
एक दो तीन चार
प्यार चाहिए कितनी बार
पांच छ: सात आठ नौ दस
बस बस अरे बस
कबूतर बा कबूतर बाज़ बा बाज़
करते हैं हम जुबां सात परवाज़
कबूतर बा कबूतर बाज़ बा बाज़
करते हैं हम जुबां सात परवाज़
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी

एक दो तीन चार प्यार चाहिए
पांच छ: सात आठ नौ दस
बस बस अरे बस
बस बस बस बस बस बस बस बस

चाहे छिपा लो तिजोरी तालों में
चाहे डुबा दो इसे प्यालों में
एक दो तीन चार पांच छ: सात आठ
चाहे छिपा लो तिजोरी तालों में
चाहे डुबा दो इसे प्यालों में
पीछा करेगी ये दिल की आवाज़

कबूतर बा कबूतर बाज़ बा बाज़
करते हैं हम जुबां सात परवाज़
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी

एक दो तीन चार
प्यार चाहिए कितनी बार
पांच छ: सात आठ नौ दस
बस बस अरे बस
बस बस मिनी बस बस बस लो फ्लोर बस

हो छक्के तेरे हम छुड़ा के रहेंगे
हो हम होश तेरे उड़ा के रहेंगे
एक दो तीन चार पांच छ: सात आठ
एक दो तीन चार पांच छ: सात आठ
हो छक्के तेरे हम छुड़ा के रहेंगे
हो हम होश तेरे उड़ा के रहेंगे
कम तो नहीं हम एक बन्दा नवाज़

कबूतर बा कबूतर बाज़ बा बाज़
करते हैं हम जुबां सात परवाज़
कबूतर बा कबूतर बाज़ बा बाज़
करते हैं हम जुबां सात परवाज़
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी
तुर्की बा तुर्की हिन्दी बा हिन्दी

एक दो तीन चार
प्यार चाहिए कितनी बार
पांच छ: सात आठ नौ दस
बस बस अरे बस
बस बस बस बस बस बस बस बस
……………………………………………………………
Ek do teen chaar-Waqt ki awaaz 1988

Artists: Mithun, Sridevi

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