लम्बी जुदाई-हीरो १९८३
गानों में प्राण बसते हैं। आम संगीत प्रेमी ने सबसे पहले उनका ये
गीत सुना जो हीरो फ़िल्म में उन्होंने गाया है। इस गीत में जो बांसुरी
की आवाज़ है वो फ़िल्म में कई बार सुनाई देती है और आप इसको
हीरो फ़िल्म की सिगनेचर ट्यून मान सकते हैं। गीत बहुत पसंद किया
गया और इसको टी वी पर संगीत की विभिन्न प्रतियोगिताएं में कई
प्रतियोगियों ने गाया।
गाने के बोल:
बिछड़े अभी तो हम बस कल परसों
जिऊंगी मैं कैसे, इस हाल में बरसों
मौत न आई तेरी याद क्यों आई
हाय, लम्बी जुदाई
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
होंठों पे आई मेरी जान दुहाई
हाय, लम्बी जुदाई
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
एक तो सजन मेरे, पास नहीं रे
दूजे मिलन दी कोई, आस नहीं रे
दूजे मिलन दी कोई, आस नहीं रे
उसपे यह सावन आया
उसपे यह सावन आया
आग लगाई, हाय लम्बी जुदाई
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
हाय लम्बी जुदाई
बाग़ उजड़ गए,
बाग़ उजाड़ गए खिलने से पहले
पंछी बिछड़ गए मिलने से पहले
पंछी बिछड़ गए मिलने से पहले
कोयल की कूक,
कोयल की कूक ने हूक उठायी
हाय लम्बी जुदाई
चार दिनों का प्यार हो रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
होंठों पे आए मेरी जान, दुहाई
हाय लम्बी जुदाई
टूटे ज़माने तेरे हाथ निगोड़े, हाथ निगोड़े
दिल से दिलों के तूने शीशे तोड़े, शीशे तोड़े
हिज्र की ऊंची, हिज्र की ऊंची दीवार बनायी
हाय लम्बी जुदाई
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
हाय लम्बी जुदाई
चार दिनों का प्यार ओ रब्बा
बड़ी लम्बी जुदाई, लम्बी जुदाई
............................................................................
Lambi Judai-Hero 1983
Artist-Meenakshi Sheshadri
0 comments:
Post a Comment