धीरे धीरे आप मेरे दिल के-बाज़ी १९९५
बनी। तकरीबन ४-५। ये १९९५ की बाज़ी है जिसमे आमिर खान
नायक हैं , साथ में ममता कुलकर्णी नायिका हैं। इन्सपायर हो
तो अच्छे गीतों से होना चाहिए। यही संदेश देते इस गीत का
संगीत तैयार किया है अन्नू मालिक ने। मेहँदी हसन के प्रसिद्ध गीत
जिसकी धुन से इस गीत की धुन मेल खाती है , आप सुन सकते हैं इधर:
"रफ्ता रफ्ता वो मेरी हस्ती सामान हो गए"
फ़िल्म बाज़ी का गीत गाया है उदित नारायण और साधना सरगम ने ।
ये गीत अपने वाद्यों की विशिष्टता की वजह से भी चर्चित हुआ। इस गीत
में आपको भारत नाट्यम पर आधारित पी टी एक्सअरसायस
देखने को मिल जायेगी। गीत में हीरो हिरोइन की तो बात ही छोडिये,
बकरियों ने भी अच्छा अभिनय किया है।
गाने के बोल:
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
पहले जान फ़िर जाने जां
फ़िर जाने जाना हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
पहले जान फ़िर जाने जां
फ़िर जाने जाना हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
ये है करम आपका
तुमने मुझे चुन लिया
अब चाहे कुछ न कहो
हमने सब सुन लिया
पहले जान फ़िर जाने जां
फ़िर जाने जाना हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
पागल जवानी तेरी
कातिल तुम्हारी अदा
ऐसा चढा दोनों पे
आशिकी का नशा
पहले जान फ़िर जाने जां
फ़िर जाने जाना हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
धीरे धीरे आप मेरे दिल के मेहमान हो गए
..........................................................................
Dheere dheere aap mere dil ke-Baazi 1995
Artists-Aamir Khan, Mamta Kulkarni
0 comments:
Post a Comment