Nov 5, 2010

आई है दीवाली-शीशमहल १९५०

दीवाली के अवसर पर आइये आज सुनवाते हैं एक पुराना गीत
जो सन १९५० की फिल्म शीशमहल से है। नजीम पानीपती के लिखे
गीत को संगीत से संवारा है वसंत देसाई ने। इसकी गायिकाओं के नाम हैं
शमशाद बेगम और मीनल वाघ। गायिकाओं के नाम पर काफी
चर्चा होती रही है। जब तक कोई पुख्ता प्रमाणिक जानकारी नहीं मिल जाती
तब तक हम ये मान लेते हैं कि ये शमशाद और मीनल का गाया हुआ है।



गीत के बोल:

आई रे आई रे आई रे
आई रे आई रे आई रे
आई है दीवाली
आई है दीवाली,
सखी आई सखी आई रे
आई है दीवाली

आई है दीवाली,
सखी आई सखी आई रे
आई है दीवाली

आज सखी रे उजियारों ने
घर घर ली अंगडाई रे
आज सखी रे उजियारों ने
घर घर ली अंगडाई रे

आई है दीवाली
आई है दीवाली,
सखी आई सखी आई रे
आई है दीवाली

दीप जले हैं गली गली में
दीप जले हैं गली गली में
रातें रंग रंगीली

हो ओ ओ ओ, हो ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ
दीप जले हैं गली गली में
रातें रंग रंगीली
हो, रातें रंग रंगीली
मौसम आया प्यारा प्यारा
रुत आई चमकीली रे

आई है दीवाली

ला ला ला ला, ला ला ला,
ला ला ला ला

आ, हा हा हा हा, हा हा हा हा
हा हा हा हा
हो, आई है दीवाली


हो, ओ ओ ओ ओ ओ, ओ ओ ओ ओ ओ

उजियलों को देख देख के
उजियलों को देख देख के
दूर हुए अंधियारे
हो, दूर हुए अंधियारे
नाच नाच तू आज सखी री
नाच नाच तू आज सखी री
नाच रहे हैं सारे

आई है दीवाली
आई है दीवाली,
सखी आई सखी आई रे
आई है दीवाली

आई है दीवाली,
सखी आई सखी आई रे
आई है दीवाली

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