ओ गोरिया रे-नैया १९७९
फिल्म नैया का एक गीत आपको सुनवाया था, अब सुनिए इस फिल्म का
सबसे लोकप्रिय गीत. किसी फिल्म के अलोकप्रिय गीत पहले इसलिए सुनवाए
जाते हैं ताकि आपका अनसुने मधुए गीतों से परिचय हो जाए.
प्रस्तुत गीत येसुदास की आवाज़ में एकल गीत है. नाव में चप्पू चलाते हुए
नायक गीत गा रहा है. गीत संगीत दोनों रवींद्र जैन के हैं. इस गीत में नाविक
नायिका को धन्यवाद दे रहा है जिसकी वजह से उसकी टूटी फूटी नाव सज गयी
है. रवींद्र जैन ने येसुदास को पर्याप्त अवसर दिए गाने के उसी तरह बप्पी लहरी
ने भी येसुदास से कई कर्णप्रिय गीत गवाए. इस मामले में इन दोनों को धन्यवाद
देना ज़रूरी है. येसुदास बेहद प्रतिभाशाली गायक हैं जिनका नाम दक्षिण भारत में
फ़िल्मी हो या कर्नाटक संगीत दोनों क्षेत्र में आदर के साथ लिया जाता है.
रवींद्र जैन की टीम में बांसुरी वादक बेहद सुरीले हैं. इस गीत में भी बांसुरी की
तानें मनमोहक हैं. रवींद्र जैन ने संगीत में अपनी अलग शैली विकसित की और
उनके कुछ गीतों में ध्वनि संयोजन जटिल भी मिलेगा आपको. और वो जटिलता
सलिल चौधरी की याद दिला देती है.
एक अच्छा विडियो गीत प्रकृति के बीच शीर्षासन, व्यायाम, ऊंची इमारतों पर
उठक बैठक किये बिना भी बनाया जा सकता है.
ओ गोरिया रे, ओ गोरिया रे
तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
ओ तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
ओ गोरिया रे, ओ गोरिया रे
तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
ओ तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
नैया तो हमारा घर आँगना
इसी से ही पाना और माँगना
नैया तो हमारा घर आँगना
इसी से ही पाना और माँगना
गोरी ये दुआएं देना ज़रूर
माँझी से नैया हो नहीं दूर
हो गोरिया रे, ओ गोरिया रे
तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
ओ तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
सब को किनारे पहुँचायेगा
माँझी तो किनारा तभी पायेगा
सब को किनारे पहुँचायेगा
माँझी तो किनारा तभी पायेगा
गहरी नदी का ओर न छोर
लहरों से ज़्यादा मनवा में शोर
ओ गोरिया रे, ओ गोरिया रे
तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
ओ तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
अपना तो नित यही काम है
आने जाने वालों को सलाम है
अपना तो नित यही काम है
आने जाने वालों को सलाम है
कभी कभी आना इस नाव में
इक घर तेरा है मेरे गाँव में
ओ गोरिया रे, ओ गोरिया रे
तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
ओ तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव
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O goriya re-Naiya 1979
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