हम यहाँ तुम यहाँ-ज़ख्म १९९८
ज़ख्म के इस गीत की बात करते समय हमने ये जिक्र
किया था कि हिट गीतों की सूची बनाई जाए तो उसमें
सबसे ज्यादा गीत आनंद बक्षी के मिलेंगे. इसी तरह से
अगर आज से १० साल बाद की बात की जाए तो शायद
गीतकार समीर का नाम हिट गीतों की सूची में सबसे
ऊपर होगा. समीर ने ५००० से ज्यादा गीत लिख डाले
हैं कम समय में. जैसे क्रिकेट में रन मशीन बोला जाता
था एक क्रिकेटर को, वैसे ही समीर बोलीवुड की गीत
मशीन हैं. पहले ये खिताब आनंद बक्षी के पास हुआ करता
था.
आइये सुनें ज़ख्म फिल्म से दूसरा गीत .इसे कुमार सानू ने
गाया है. संगीत एक बार फिर से एम् एम् क्रीम का है. इसे
सोनाली बेंद्रे और अजय देवगन पर फिल्माया गया है. अजय
देवगन को आप जानते ही हैं. वे पुराने ज़माने के फाईट मास्टर
वीरू देवगन के सुपुत्र हैं .
गीत के दूसरे अंतरे में बोल कुछ इस तरह के हैं-
बोले मेरा मन, बोले मेरा मन,
ढन ढना ढन, ढन ढना ढन, ढन ढना ढन
गीत के बोल:
हम यहाँ तुम यहाँ दिल जवां वो समां
लेकिन कहाँ, शुरू शुरू के प्यार का
फिर से चलो, चुराएँ दिल यार का
हम यहाँ तुम यहाँ दिल जवां वो समां
लेकिन कहाँ, शुरू शुरू के प्यार का
फिर से चलो, चुराएँ दिल यार का
हम यहाँ तुम यहाँ
फिर हों वही बातें, फिर हों वही रातें
फिर हों वही बातें, फिर हों वही रातें
फिर वही रतजगे, फिर वही बेचैनियाँ
हम यहाँ तुम यहाँ दिल जवां वो समां
लेकिन कहाँ, शुरू शुरू के प्यार का
फिर से चलो, चुराएँ दिल यार का
जब कुछ कहें लब से, पहले कहें सब से
जब कुछ कहें लब से, पहले कहें सब से
जानेमन मेरी जान जाने, जाने जां जाने जहाँ
हम यहाँ तुम यहाँ दिल जवां वो समां
..........................................................................
Ham yahan tum yahan-Zakhm 1998
Artists: Ajay Devgan, Sonali Bendre
0 comments:
Post a Comment