झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया-झीनी २००३
कबीर के बोलों को सुरोंमें ढाला है इन्डियन ओशन
नामक बैंड ने. गाया भी बैंड ने है. आपने शायद इस
कबीर के भजन को पहले अनूप जलोटा की आवाज़
में ज़रूर ही सुना होगा.
गीत के बोल:
झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया
के राम नाम रस भीनी चदरिया
झीनी रे झीनी रे झीनी
अष्टकमल दल चरखा डोले
पंचतत्व, गुण तीनि
साईं को सियत मास दस लागे
ठोंक-ठोंक के बीनी
झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया
के राम नाम रस भीनी चदरिया
झीनी रे झीनी रे झीनी
सो चादर सुर नर मुनि ओढ़ी
ओढ़ी के मैली कीनी चदरिया
दास कबीर ने जतन करी ओढ़ी
ज्यों की त्यों धर दीनी
झीनी रे झीनी रे झीनी चदरिया
के राम नाम रस भीनी चदरिया
झीनी रे झीनी रे झीनी
……………………………………..
Jheeni re jheeni-Indian ocean 2013
0 comments:
Post a Comment