कुछ तो हुआ है-कल हो न हो २००३
अभी तक बज रहे हैं उनमें से एक आज प्रस्तुत है आपके
लिए.शंकर एहसान लॉय का संगीत है फिल्म में जो उनके
बेहतर संगीत में गिन सकते हैं हम. जावेद अख्तर के लिखे
बोल को गा रहे हैं शान और अलका याग्निक.
शान ने इतने गाने गा लिए फिर भी श्रोताओं को समय पर
उनके गाने याद नहीं आते. खैर गीत सुनिए जो कानों को
राहत देने वाला है.
गीत के बोल:
कुछ तो हुआ है कुछ हो गया है
दो चार दिन से लगता है जैसे
सब कुछ अलग है सब कुछ नया है
कुछ तो हुआ है कुछ हो गया है
चीजें मैं रखके भूल जाती हूँ
बेखयाली में गुनगुनाती हूँ
अब अकेले में मुस्कुराती हूँ
बदली हुई सी मेरी अदा है
पिघला पिघला है दिल मेरा जब से
अच्छा रहता है मूड भी तब से
हसके मिलता हूँ आजकल सब से
खुश हो गया है जो भी मिला है
रंग चमकीले सारे लगते है
राह में बिखरे तारें लगते है
फूल अब ज्यादा प्यारे लगते है
महकी हुई सी जैसी हवा है
ध्यान अब अपना ज्यादा रखता हूँ
सोचता हूँ मैं कैसा लगता हूँ
आईना हो तो देख लेता हूँ
कैसे ये चेहरा ऐसा खिला है
ये नशा जिसमें दोनों रहते है
ये लहर जिसमें दोनो बहते है
हो ना हो इस को प्यार कहते है
प्यार मिला तो दिल खो गया है
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Kuchh to hua hai-Kal ho na ho 2003
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