सुनो ना संगमरमर-यंगिस्तान २०१४
‘सुनो ना संगमरमर’ उससे ऐसा प्रतीत होता है समय कितना
आगे बढ़ चुका है, संगमरमर की मूरत की जगह अब मटेरियल
का जिक्र होने लगा है. भला ये भी कोई गीत हुआ-सुनो न
संगमरमर, कोटा स्टोन, कडप्पा, ग्रैनाईट. ये कंफ्यूज़न तभी
तक था जब तक गीत न सुन लिया.
गीत में संगमरमर की मीनारों का जिक्र है. कर्णप्रिय गीत है
जिसे कौसर मुनीर ने लिखा है. आज के गायन की सनसनी
अरिजीत सिंह ने इसे गाया है और इसके संगीतकार हैं जीत
गांगुली. फिल्म यंगिस्तान में ये गीत सुनने और देखने को
उपलब्ध है. जैकी भगनानी और नेहा शर्मा कलाकार हैं इस
गीत में.
हिंदी सिनेमा टेली-सीरियलों से प्रभावित सा दिखता है इस
दौर में. हर नयी फिल्म में नये चेहरे. अच्छा है ज्यादा
रोज़गार उपलब्ध करवा रहा है हमारा फिल्म उद्योग. कुछ
गिनती के लोगों की झोलियाँ भरने के बजाये अब शायद
अब ज्यादा लोगों में बांटने का का दौर आया है.
गीत के बोल:
सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे
आज से दिल पे मेरे राज तुम्हारा
ताज तुम्हारा
सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे
आज से दिल पे मेरे राज तुम्हारा
ताज तुम्हारा
सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
बिन तेरे मद्धम-मद्धम
भी चल रही थी धड़कन
जबसे मिले तुम हमें
आँचल से तेरे बंधे
दिल उड़ रहा है
सुनो ना आसमानों के ये सितारे
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे
आज से दिल पे मेरे राज तुम्हारा
ताज तुम्हारा
सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
ये देखो सपने मेरे, नींदों से होके तेरे
रातों से कहते हैं लो, हम तो सवेरे हैं वो
सच हो गए जो
सुनो ना दो जहानों के ये नज़ारे
कुछ भी नहीं है आगे तुम्हारे
आज से दिल पे मेरे राज तुम्हारा
ताज तुम्हारा
सुनो ना संगमरमर की ये मीनारें
………………………………………………………………………..
Suno na sangmarmar-Yangistan 2014
0 comments:
Post a Comment