कहने को बहुत कुछ था-सी एच आत्मा गैर फ़िल्मी गीत
का सिलसिला भी पुराना है. सी एच आत्मा की आवाज़ ने
शायद सहगल की कमी को पूरा करने की कोशिश करी और
कुछ समय तक उन्हें फ़िल्मी गैर फ़िल्मी गाने गाने को
मिलते रहे. उनके गीत पचास के दशक में काफी सुने गए.
आज औंते हैं साजन बिहारी का लिखा और सी के चौहान
का संगीतबद्ध एक गीत.
गीत के बोल:
कहने को बहुत कुछ था
मगर कह नहीं पाये
कहने को बहुत कुछ था
मगर कह नहीं पाये
फिर सोचा के ख़ामोश रहें
रह नहीं पाये
कहने को बहुत कुछ था
मगर कह नहीं पाये
समझा ना मेरा ग़म कोई
इस बात का ग़म है
फिर भी मेरे दिल तुझको
वफ़ाओं की क़सम है
आँखों में हो आँसू भी
मगर बह नहीं पाये
कहने को बहुत कुछ था
मगर कह नहीं पाये
फूलों से चमन
आसमाँ तारों से भरा है
उम्मीद का दामन मेरा
ख़ारों से भरा है
क़िसमत ने सितम ऐसे किये
सह नहीं पाये
कहने को बहुत कुछ था
मगर कह नहीं पाये
फिर सोचा के ख़ामोश रहें
रह नहीं पाये
कहने को बहुत कुछ था
मगर कह नहीं पाये
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Kehne ko bahut kuchh-CH Atma non film song
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