एक पप्पी दे दे मुझे-आज का गुंडाराज १९९२
सुनते हैं पप्पी गीत. मिनाक्षी शेषाद्री और चिरंजीवी पर फिल्माया
गया ये चिरंजीवी गीत काफी लोकप्रिय है. सदियों तक इस गीत
की गूँज सुनाई देती रहेगी. पहले की फिल्मों में झिझक के साथ,
शरमा के नायिका ऐसे निवेदन करती थी. आज की नायिका थोड़ी
आधुनिक है और समय के हिसाब से चलती है.
गीत पूर्णिमा और अभिजीत ने गाया है. समीर के लिखे शानदार
बोलों के लिए कैची धुन बनाई है आनंद मिलिंद ने.
एक ८० के दशक के गीत में ‘बोसा’ शब्द का प्रयोग हुआ है वो
कौन सा है, सोचिये. पढते रहिये ये ब्लॉग......
गीत के बोल:
पास नहीं आऊँगी दूर चली जाऊँगी
पास नहीं आऊँगी दूर चली जाऊँगी
पास नहीं आऊँगी दूर चली जाऊँगी
छेड़ूँ मैं ना तुझे अरे छेड़ूँ मैं ना तुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
मैं तनहा अकेली रहूंगी कैसे
ये दर्द-ए-जुदाई सहूँगी मैं कैसे
मैं तनहा अकेली रहूंगी कैसे
ये दर्द-ए-जुदाई सहूँगी मैं कैसे
आ मुझको थाम ले मस्ती का जाम ले
आ मुझको थाम ले मस्ती का जाम ले
प्यासी जवानी है थोड़ी दीवानी है
बाहों में ले ले इसे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
मैं तेरी यादों को ख्यालों में बसा लूं
मैं तेरे चेहरे को निगाहों में छुपा लूं
मैं तेरी यादों को ख्यालों में बसा लूं
मैं तेरे चेहरे को निगाहों में छुपा लूं
तू मेरे पास है साँसों की प्यास है
तू मेरे पास है साँसों की प्यास है
तू मेरी रानी है दिल की कहानी है
तू धडकनों में बसी
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
पास नहीं आऊँगा दूर चला जाऊँगा
पास नहीं आऊँगा दूर चला जाऊँगा
छेड़ूँ मैं ना तुझे हे हे छेड़ूँ मैं ना तुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
एक पप्पी दे दे मुझे एक पप्पी दे दे मुझे
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Ek pappi de de mujhe-Aaj ka gundaraj 1992
Artists: Chiranjeevi, Meenakshi Sheshadri,
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