अजी हमसे बच कर-आरजू १९६५
फीमेल वर्ज़न आप सुन चुके हैं पहले. बोलों में थोडा फेरबदल है
लेकिन ये भी उतना ही लोकप्रिय है जितना कि लता का गाया हुआ
गीत.
शंकर जयकिशन का संगीत समृद्ध होता था. वे वाद्य यंत्रों के प्रयोग
में काफी उदारता दिखाते थे. शंकर जयकिशन की जोड़ी प्यानो बजाने
में मास्टर थी. जोड़ी में से एक सीधे हाथ से तो दूसरा उलटे हाथ से
प्यानो बजाता था. एक दूसरे की सम्पूर्ण पूरक जोड़ी थी वो. जयकिशन
फिल्मों के बैकग्राउंड स्कोर बहुत तेज गति के साथ कम्पोज कर लिया
करते थे.
गीत के बोल:
अजी हमसे बच कर कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी हमसे बच कर
ये कैसा नशा हैं ये कैसा असर हैं
न काबू में दिल हैं न बस में जिगर हैं
ज़रा होश आ ले फिर जाइयेगा
ठहर जाइयेगा ठहर जाइयेगा
अजी हमसे बच कर कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी हमसे बच कर कहाँ जाइयेगा
जहाँ जाइयेगा हमें पाइयेगा
अजी हमसे बच कर
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Aji hamse bach kar-Arzoo 1965
Artists: Rajendra Kumar, Sadhana
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