काहे जिया डोले हो-अनोखी अदा १९४८
विवरण नीचे उपलब्ध है. महबूब प्रोडक्शंस के लिए इस फिल्म का
निर्देशन महबूब ने किया था.
फिल्म:अनोखी अदा
वर्ष: १९४८
गीतकार: शकील बदायूनीं
संगीतकार:नौशाद
गायिका: उमा देवी
गीत के बोल:
काहे जिया डोले हो कहा नहीं जाये
कहा नहीं जाये हो कहा नहीं जाये
काहे जिया डोले हो कहा नहीं जाये
जमुना के पार मोरे पी की नगरिया
पी की नगरिया
कैसे बिताउँ हाय बाली उमरिया
बाली उमरिया
हूंक उठे मन में तो रहा नहीं जाये
कहा नहीं जाये हो रहा नहीं जाये
हूंक उठे मन में तो रहा नहीं जाये
जीवन को भाये मोरे बचपन का संग ना
बचपन का संग ना
पी-पी पपीहा बोले जब मोरे अंगना
जब मोरे अंगना
बोल मोसे बैरी का सहा नहीं जाये
सहा नहीं जाये हो सहा नहीं जाये
बोल मोसे बैरी का सहा नहीं जाये
सागर में डोल रही हिरदय की नैया
हिरदय की नैया
दिल झूम-झूम कहे आ जा खिवइया
आ जा खिवइया
ऊँची-ऊँची लहरों में बहा नहीं जाये
बहा नहीं जाये हो बहा नहीं जाये
ऊँची-ऊँची लहरों में बहा नहीं जाये
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Kaahe jiya dole-Anokhi ada 1948
Artists: Prem Adeeb, Zeb Qureshi
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