चाँद देखा याद आई-कैदी नंबर ३६ १९९४
ने समय समय पर अपनी सेवाएं दीं हैं. कुछ ने एक ही फिल्म के
लिए दी, कुछ ने ४-५ फिल्मों में तो कुछ ने कई दशकों तक
जनता को आनंदित, झंकृत, चमत्कृत और अचंभित किया है.
आज ऐसे गीत सुनवा रहे हैं आपको जो दो फिल्मों में मौजूद
है. एक तो है सन १९९४ की फिल्म कैदी नंबर ३६ और यही गीत
सन १९९८ की फिल्म दिल खो गया में भी मौजूद है.
कैदी नंबर ३६ में विनोद खन्ना और जेबा बख्तियार हीरो हीरोईन
हैं. फिल्म में संगीत बप्पी लहरी का है. गीत लिखा है रानी मलिक
से और इसे गाया है कुमार सानू संग साधना सरगम ने.
गीत के बोल:
चाँद देखा याद आई सूरत तेरी
चाँद देखा याद आई सूरत तेरी
आज महसूस हो रही है ज़रूरत तेरी
ज़रूरत तेरी
दूर हुए याद हो ओ ओ
दूर हुए याद आई चाहत तेरी
आज महसूस हो रही है ज़रूरत तेरी
ज़रूरत तेरी
चाँद देखा याद आई सूरत तेरी
दिल से न जाए यादों का मौसम
बड़ी बेकरारी का मेरा है आलम
दिल से न जाए यादों का मौसम
बड़ी बेकरारी का मेरा है आलम
बढ़ने लगी मेरे दिल की लगी
तुझे ढूंढती है मेरी ज़िंदगी
आ लग जा गले से मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
दूर हुए याद आई चाहत तेरी
दूर हुए याद आई चाहत तेरी
आज महसूस हो रही है ज़रूरत तेरी
ज़रूरत तेरी
हो, चाँद देखा याद आई सूरत तेरी
मुहब्बत के दिल में जला के दिये
बस जी रही हूँ मैं तेरे लिए
मुहब्बत के दिल में जला के दिये
बस जी रही हूँ मैं तेरे लिए
तेरी चाहतों के उजाले लिए
अंधेरों में तुझको पुकारा किए
आ बाहों में ले ले ओ जान-ए-जिगर
जान-ए-जिगर
चाँद देखा याद आई सूरत तेरी
आज महसूस हो रही है ज़रूरत तेरी
ज़रूरत तेरी
दूर हुए याद आई चाहत तेरी
आज महसूस हो रही है ज़रूरत तेरी
ज़रूरत तेरी
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Chand dekha yaad aayi-Qaidi No. 36 1994
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