मैं जट यमला पगला दीवाना-प्रतिज्ञा १९७५
गीत है. उछल उछल के कूद कूद के और जोर जोर से
गा के अपनी भावनाएं व्यक्त करने वाला ये गीत रोचक
है. आपको गर याद हो फिल्म जब जब फूल खिले में
भी रफ़ी का गाया एक ऐसा ही गीत है जिसका एनर्जी
लेवल काफी ऊपर है.
गौरतलब है रफ़ी पंजाबी मूल के हैं और पंजाबी गीतों को
गाने के मामले में दूसरा हिंदी भाषी गायक उनके मुकाबले
कमज़ोर सुनाई देता था. महेंद्र कपूर दूसरे ऐसे गायक हैं
जो पंजाबी मूल के हैं. हम प्रमुख गायकों की ही बात कर
रहे हैं. वैसे कई पंजाबी गायकों ने अपनी सेवाएं दी हैं हिंदी
फिल्म संगीत उद्योग को जिनमें एक नाम बलबीर का भी
है. आज के समय में पंजाबी गीत गाने वाले गायक बहुत
से हैं जिनका उच्चारण भी साफ़ है.
गीत के बोल:
मैं जट यमला पगला दीवाना
हो रब्बा इत्ती सी बात ना जाना
के के के ओ मैनू प्यार करती है
साडे उत्ते वो मरदी है
के ओ मैनू प्यार करती है
हाय हाय हाय साडे उत्ते वो मरदी है
उसने तो कहा हर बात को इशारे में
दिया भी जला के रखा रातों को चौबारे में
उसने तो कहा हर बात को इशारे में
दिया भी जला के रखा रातों को चौबारे में
रेशमी दुपट्टा फेंका पींग के हुलारे में
मेले में अकेले बीच बाज़ार सारे में
कौन सा बनाया न बहाना बहान बहाना
मैं जट यमला पगला दीवाना
हो रब्बा इत्ती सी बात ना जाना
के के के ओ मैनू प्यार करती है
साडे उत्ते वो मरदी है
के ओ मैनू प्यार करती है
साडे उत्ते वो मरदी है
ऐसा नहीं होता तो वो ऐसे शरमाती ना
मुझे आते देख सड़क पे भाग जाती ना
ऐसा नहीं होता तो वो ऐसे शरमाती ना
मुझे आते देख सड़क पे भाग जाती ना
ज़ुल्फ़ों के घूँघट में मुखड़ा छुपाती ना
छोटी सी उमर में वो जान को लगाती ना
प्रेम का रोग पुराना पुराना पुराना
मैं जट यमला पगला दीवाना
हो रब्बा इत्ती सी बात ना जाना
के के के ओ मैनू प्यार करती है
साडे उत्ते वो मरदी है
के ओ मैनू प्यार करती है
साडे उत्ते वो मरदी है
मैं जट यमला पगला दीवाना
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Main jat yamla-Pratigya 1975
Artists: Dharmendra, Hema Malini