Mar 28, 2017

सागर की गहराई का जैसे कोई-माता भजन


चैत्र नवरात्र और हिंदू नववर्ष के शुभारंभ पर आप सभी को
हार्दिक शुभकामनाएं. आज से विक्रम संवत २०७४ की शुरुआत
हो रही है.

आज सुनते हैं नरेन्द्र चंचल का गाया माता भजन. भजन है
चमनलाल जोश का और संगीत सोनिक ओमी का.




भजन के बोल:

मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

हम हैं सभी खिलौने तेरे मैया लाल सलोने तेरे
हम हैं सभी खिलौने तेरे मैया लाल सलोने तेरे
नाम तेरे के हैं तेरे दीवाने नाच रहे हैं श्याम सवेरे
नाच रहे हैं श्याम सवेरे
नाच रहे हैं श्याम सवेरे
वो ही खेले खेल भवानी जो तू हमे खिलाए
वो ही खेले खेल भवानी जो तू हमे खिलाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

धरती पर्वत अंबर सागर तेरे नाम से हुए उजागर
धरती पर्वत अंबर सागर तेरे नाम से हुए उजागर
पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण सीस झुकाए दर पे आ कर
सीस झुकाए दर पे आ कर
सीस झुकाए दर पे आ कर
सूरज चाँद सितारे कितने कुछ भी गिना ना जाए
सूरज चाँद सितारे कितने कुछ भी गिना ना जाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

तू जगदम्बे तू है काली भक्त जनों की तू है रखवाली
तू जगदम्बे तू है काली भक्त जनों की तू है रखवाली
तेरे नाम की महिमा गाए पत्ता पता डाली डाली
पत्ता पता डाली डाली
पत्ता पता डाली डाली
कही पे धूप कही पे छाया क्या क्या रंग दिखाए
कही पे धूप कही पे छाया क्या क्या रंग दिखाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

निर्बल को बलवान करे माँ निर्धन को धनवान करे माँ
निर्बल को बलवान करे माँ निर्धन को धनवान करे माँ
सब की इच्छा पूरण करती जो भी तेरा ध्यान करे माँ
जो भी तेरा ध्यान करे माँ
जो भी तेरा ध्यान करे माँ
जोश कहे मूरख और ज्ञानी तूने सभी बनाए
जोश कहे मूरख और ज्ञानी तूने सभी बनाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए

सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
सागर की गहराई का जैसे कोई अंत ना पाए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
मैया जी तेरी माया समझ न आए
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Sagar ki gehrayi ka jaise koi ant na paaye-Mata Bhajan

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