Jun 30, 2017

बिन देखे और बिन पहचाने-जब प्यार किसी से होता है १९६१

इस गीत के मुखड़े में दो फिल्मों के नाम हैं. एक तो पुराने
ज़माने की-मोहब्बत इसको कहते हैं और एक नए ज़माने की
फिल्म तुम पर हम कुर्बान.

गीत है शैलेन्द्र का लिखा हुआ और शंकर जयकिशन ने इसकी
धुन तैयार की है. रफ़ी इसे गा रहे हैं देव आनंद के लिए.



गीत के बोल:

बिन देखे और बिन पहचाने तुम पर हम क़ुरबान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं
बिन देखे और बिन पहचाने तुम पर हम क़ुरबान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं
गर तुम पर ना मरते तो जीना था आसान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं

चाहत के संदेसे संदेश लेकर आती है शाम
गर तुम भी आ जाते तो आ जाता आराम
चाहत के संदेसे लेकर आती है शाम
गर तुम भी आ जाते तो आ जाता आराम
दिल की बस्ती बस ही जाती मेरी हर धड़कन ये गाती
तुम आते तो मुझपर होता कितना बड़ा एहसान
बिन देखे और बिन पहचाने तुम पर हम क़ुरबान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं

बेकल मेरे अरमां  बेकल है मेरा प्यार
कबसे मैं करता हूँ तुम्हारा इन्तज़ार
बेकल मेरे अरमां  बेकल है मेरा प्यार
कबसे मैं करता हूँ तुम्हारा इन्तज़ार
कबसे मेरी बाहें सूनी जीवन की ये राहें सूनी
तुम बिन कैसे पूरे होंगे दिल में बसे अरमान

बिन देखे और बिन पहचाने तुम पर हम क़ुरबान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं

होंठों पे है हरदम तुम्हारा प्यारा नाम
फिर भी चुप रहता हूँ मैं अपने दिल को थाम
होंठों पे है हरदम तुम्हारा प्यारा नाम
फिर भी चुप रहता हूँ मैं अपने दिल को थाम
मेरी तुम्हारी प्यार कि बातें खुल न जाएँ राज़ कि बातें
मानो ना मनो प्यार छुपाना इतना नहीं आसान

बिन देखे और बिन पहचाने तुम पर हम क़ुरबान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं
गर तुम पर ना मरते तो जीना था आसान
मोहब्बत इसको कहते हैं  मोहब्बत इसको कहते हैं
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Bin dekhe aur bin pehchane-Jab pyar kisi se hota hai 1961

Artists: Dev Anand, Asha Parekh

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