फिर मिलोगे कभी-ये रात फिर न आएगी १९६५
है-ये रात फिर ना आएगी. इसके भी सभी गीत जनता
द्वारा खूब पसंद किये गए. फिल्म से एक पोपुलर गीत
सुना जाए रफ़ी और आशा की आवाजों वाला.
एस एच बिहारी ने इसे लिखा है और इसे फिल्माया
गया है विश्वजीत और शर्मिला टैगोर पर. गौरतलब
है ये फिल्म एक रहस्य-रोमांच वाली फिल्म है. फिल्म
से आपको पूर्व में कुछ गीत हम सुनवा चुके हैं.
हिंदी फिल्मों के भूत अक्सर सुन्दर होते हैं क्यूंकि फीमेल
भूत वाले कथानक जनता ज्यादा पसंद करती है. मेल भूत
वाली फ़िल्में हॉरर की श्रेणी में आती हैं और ऐसी फ़िल्में
आम जनता कम देखती है. ये फार्मूला बॉलीवुड के
निर्माता और निर्देशकों के दिमाग में किसी फंडे की तरह
अच्छे से बैठा हुआ है.
गीत के बोल:
फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो
फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो
फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
दिल की हर बात अधूरी है अधूरी है अभी
अपनी एक और मुलाकात ज़रूरी है अभी
दिल की हर बात अधूरी है अधूरी है अभी
अपनी एक और मुलाकात ज़रूरी है अभी
चंद लम्हों के लिये साथ का वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो
फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो
आप क्यों दिल का हसीं राज़ मुझे देते हैं
क्यों नया नगमा नया साज़ मुझे देते हैं
आप क्यों दिल का हसीं राज़ मुझे देते हैं
क्यों नया नगमा नया साज़ मुझे देते हैं
मैं तो हूँ डूबी हुई प्यार के तूफ़ानों में
आप साहिल से ही आवाज़ मुझे देते हैं
कल भी होंगे यही जज़बात ये वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो
फिर मिलोगे कभी इस बात का वादा कर लो
हमसे इक और मुलाकात का वादा कर लो
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Phir miloge kabhi-Ye raat phir na aayegi 1965
Artists: Biswajeet, Sharmila Tagore
2 comments:
फ़िल्मी भूत सुन्दर ना होंगे तो देखेगा कौन ?
सही है
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