Jul 24, 2017

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा-गबन १९६६

एहसान शब्द से शुरू होने वाला एक और गीत
पेश है. शंकर जयकिशन के संगीत निर्देशन में
ही एक गीत पहले आप सुन चुके हैं जो ६० के
दशक से ही था.

इस गीत को हसरत जयपुरी ने लिखा है और
इसकी धुन बनाई है शंकर जयकिशन ने. रफ़ी
ने इसे गाया है और ये अपने ज़माने का मशहूर
गाना है. दोस्तों का क्या महत्व है जीवन में
इसे इस गीत के मार्फ़त समझें. आम तौर पर
उपलब्ध गीत में केवल दो अंतरे मौजूद हैं जबकि
गीत में तीन अंतरे हैं.



गीत के बोल:

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों
एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

बनता है मेरा काम तुम्हारे ही काम से
होता है मेरा नाम तुम्हारे ही नाम से
बनता है मेरा काम तुम्हारे ही काम से
होता है मेरा नाम तुम्हारे ही नाम से
तुम जैसे मेहरबाँ का सहारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

जब आ पड़ा है कोई भी मुश्किल का रास्ता
मैं ने दिया है तुम को मोहब्बत का वास्ता
जब आ पड़ा है कोई भी मुश्किल का रास्ता
मैं ने दिया है तुम को मोहब्बत का वास्ता
हर हाल में तुम्हीं को पुकारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

यारों ने मेरे वास्ते क्या कुछ नहीं किया
सौ बार शुक्रिया अरे सौ बार शुक्रिया
यारों ने मेरे वास्ते क्या कुछ नहीं किया
सौ बार शुक्रिया अरे सौ बार शुक्रिया
बचपन तुम्हारे साथ गुज़ारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों

एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तों
ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तों
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Ehsan mere dil pe tumhara-Gaban 1966

Artist: Sunil Dutt

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