मैं तो यहीं हूँ लेकिन-मैं और चार्ल्स २०१५
नाम आता है ऐसी फिल्मों से एक गीत सुनते हैं. विवरण नीचे दिया
हुआ है:
फिल्म: मैं और चार्ल्स
वर्ष: २०१५
गीतकार डॉ. सागर
गायक: अली अज़मत
संगीत: विपिन पटवा
गीत के बोल:
मैं तो यहीं हूँ लेकिन
हर कोई मुझको ढूढ़े
परवाह नहीं है मुझको
दिल चाहे जान भी छूटे
खुद को मनाता रहता
चाहे ये दुनियाँ रूठे
नीदों में घुस के करूँ सपने बर्बाद
जिस्म और जान में अब में ऐसे उतर जाऊँगा
आईना देखिये तो मैं ही नजर आऊँगा
मैं तो यहीं हूँ लेकिन
हर कोई मुझको ढूढ़े
नीदों में घुस के करूँ सपने बर्बाद
खुद ही उड़ा कर अब पंखों को काटूँ
काले फँसाने लिखूँ काजल चुरा के
ख्वाहिशों की खातिर मैंने
जाल ये बिछाया हैं
काले अंधेरों में अब मेरा भी साया है
पंखों को काटूँ पहले
फिर मैं करूँ आजाद
नीदों में घुस के करूँ सपने बर्बाद
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Main to hoon yahin-Main aur Charles2015
Artists: Randeep Hooda, Richa Chaddha
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