यम्मा यम्मा-शान १९८०
एक कार्यक्रम आता था एस कुमार का फ़िल्मी मुकदमा.
रफ़ी पर एक विशेष कार्यक्रम आया था जिसमें आर डी
बर्मन ने बतलाया था कि ये गीत आर डी बर्मन के लिए
रफ़ी का गाया हुआ अंतिम गीत था. इस गीत में थोडा
फेर बदल करना चाहते थे संगीतकार जो ना हो पाया.
फेर बदल से मतलब कुछ फिनिशिंग बाकी रह गयी थी
जो ना हो पायी और गीत को जस का तस फिल्म में
रख दिया गया.
गीत रफ़ी के साथ स्वयं संगीतकार ने गाया है. फिल्म
शान के लगभग सारे गीत चले मगर फिल्म हिट ना हो
पाई. जेम्स बॉंड की फिल्म के दृश्यों और मसाला हिंदी
फिल्म के मिले जुले अचार को जनता ने ज्यादा पसंद
नहीं किया. फिल्म शोले के खलनायक और फिल्म शान
के खलनायक की तुलना कुछ ऐसी है जैसे बुलडोज़र से
मोपेड की तुलना करना.
गीत के बोल:
यम्मा यम्मा यम्मा यम्मा
ये खूबसूरत समां
बस आज की रात है ज़िन्दगी
कल हम कहाँ तुम कहाँ
कब क्या हो जाए किसको खबर
आ नाच ले झूम कर
ये ज़िन्दगी इक लंबा सफ़र
पल भर के सब हमसफ़र
एक रात के मेहमां सब यहाँ
कल हम कहाँ तुम कहाँ
यम्मा यम्मा यम्मा यम्मा
ये खूबसूरत समां
बस आज की रात है ज़िन्दगी
कल हम कहाँ तुम कहाँ
हंसते हुए ऐसी शान से
दीवाने जल जाएँगे
अरे जलती शमा से मिल के गले
परवाने जल जाएँगे
रह जाएगा यादों का धुंआ
कल हम कहाँ तुम कहाँ
यम्मा यम्मा यम्मा यम्मा
ये खूबसूरत समां
बस आज की रात है ज़िन्दगी
कल हम कहाँ तुम कहाँ
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Yamma yamma-Shaan 1980
Artists: Amitabh Bachchan, Shashi Kapoor, Shatrughan Sinha
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