ऐसा प्यार बहा दे मैया-माता भजन
हरिओम शरण का गाया हुआ. काफी साल पहले एक भजन
एल्बम निकला था पुष्पांजलि जिसमें ये भजन शामिल है.
गीत के बोल:
या देवी सर्वभूतेषु दया-रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
दुर्गा दुर्गति दूर कर मंगल कर सब काज
मन मन्दिर उज्जवल करो कृपा कर के आज
ऐसा प्यार बहा दे मैया चरणों से लग जाऊ मैं
सब अंधकार मिटा दे मैया दरस तेरा कर पाऊं मैं
ऐसा प्यार बहा दे मैया
जग मैं आकर जग को मैया अब तक न मैं पहचान सका
क्यों आया हूँ कहाँ है जाना यह भी ना मै जान सका
तू है अगम अगोचर मैया कहो कैसे लख पाऊं मैं
ऐसा प्यार बहा दे मैया
कर कृपा जगदम्बे भवानी मैं बालक नादान हूँ
नहीं आराधन जप तप जानूं मैं अवगुण की खान हूँ
दे ऐसा वरदान हे मैया सुमिरन तेरा ग़ाऊ मैं
ऐसा प्यार बहा दे मैया
मै बालक तू माया मेरी निष् दिन तेरी ओट है
तेरी कृपा से ही मिटेगी भीतर जो भी खोट है
शरण लगा लो मुझ को मईया तुज पे बलि बलि जाऊ मैं
ऐसा प्यार बहा दे मैया चरणों से लग जाऊ मैं
सब अंधकार मिटा दे मैया दरस तेरा कर पाऊं मैं
ऐसा प्यार बहा दे मैया
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Aisa pyar baha de maiya-Mata Bhajan
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